दिल्ली में एक सप्ताह के लिये स्कूल बंद, सरकारी करेंगे वर्क फ्रॉम होम,लॉकडाउन पर विचार
- राजधानी दिल्ली में एक हफ्ते के लिए सभी स्कूल बंद
- सरकारी कर्मचारी एक हफ्ते के लिए वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम करेंगे
- प्राइवेट दफ्तरों वर्क फ्रॉम होम कराने के लिए जारी की जाएगी एडवाइजरी
- प्राइवेट गाड़ियों को बंद करने पर विचार होगा
- शहर में सोमवार से तीन दिन बंद रहेंगी कंस्ट्रक्शन गतिविधियां.
- हालात बिगड़े तो लाकडाउन पर भी होगा फैसला
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने सभी को परेशानी में डाल दिया है। इसे देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ एनवी रम्मना ने दिल्ली में दो दिन का लाकडाउन लगाने तक की सलाह दे दी। चीफ जस्टिस ने बढ़ते प्रदूषण के लिये दिल्ली सरकार द्वारा केवल किसानों के पराली जलाने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा था कि केवल पराली जलाना ही नहीं,अपितु अन्य कारक भी इसके लिये जवाबदेही हैं। इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बुलाई अति आवश्यक मीटिंग के बाद कई कड़े व बड़े फैसलों का एलान कर दिया। उन्होंने कहा कि सोमवार से दिल्ली के सभी स्कूल एक हफ्ते के लिए बंद रहेंगे। इसके अलावा दिल्ली के सरकारी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम यानी घर से ही काम करेंगे। हालांकि इस दौरान वर्चुअल कक्षा जारी रहेंगी। 14 से 17 नवंबर के बीच कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी बंद की जायेंगी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त हमारा मकसद दिल्ली के लोगों को राहत पहुंचाना है। सभी विभागों के लोगों के साथ मीटिंग की और चार फैसले किए हैं। केजरीवाल ने कहा कि यह वक्त किसी पर उंगली उठाने का नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के सुझाव के आधार पर संपूर्ण लाकडाउन पर भी प्रस्ताव तैयार कर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष रखा जायेगा। इस पर केंद्र सरकार व अन्य सभी एजेंसियों से वार्ता के बाद ही फैसला लिया जायेगा। अगर प्रदूषण और बढ़ता है तो दिल्ली में सभी प्राइवेट गाड़ियों, निर्माण कार्य, ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्रियल एक्टिविटीज़ को बंद किया जा सकता है। ये अभी सिर्फ प्रस्ताव है। बता दें कि आज इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी, अब यह सोमवार तक के लिये टाल दी गई है।