…तो इन कारणों से रवि शंकर प्रसाद, जावड़ेकर समेत 12 ने दिया इस्तीफा
BREAKING राष्ट्रीय

…तो इन कारणों से रवि शंकर प्रसाद, जावड़ेकर समेत 12 ने दिया इस्तीफा

Spread the love
113 Views

 

विस्तार हुआ तो कई के पैर कतरे

रवि शंकर प्रसाद की विदाई और ट्वीटर से पंगा 

संतोष गंगवार की कोरोना पत्र हुआ था खूब वायरल

पोखरियाल निशंक स्वास्थ्य कारणों से मैदान से हटे

नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट का आज विस्तार हुआ लेकिन पार्टी के कई दिग्गजों की छुट्टी के साथ। इन दिग्गजों में प्रमुख रूप से आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद और सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर,  स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, श्रम मंत्री संतोष गंगवार, रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा, जल शक्ति राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया, पशुपालन राज्यमंत्री प्रताप सारंगी, शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री देबोश्री चौधरी, सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत, पर्यावरण और वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो का नाम शामिल है।

मंत्रिपरिषद विस्तार में 36 नए चेहरे शामिल किये गये हैं। सात मंत्री को प्रमोट किया गया है। प्रमोशन पाने वाले मंत्रियों में अनुराग ठाकुर, किरण रिजीजू, आरके सिंह, मनसुख मंडाविया, जी किशन रेड्डी, पुरुषोत्तम रुपाला और हरदीप सिंह पुरी का नाम शामिल है।

36 नए चेहरे
नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल, विरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रामचंद्र प्रसाद सिंह (आरसीपी सिंह, जेडीयू), अश्विनी वैश्नव, पशुपति पारस (एलजेपी), भूपेंद्र यादव, पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल (अपना दल), सत्य पाल सिंह बघेल, राजीव चंद्रशेखर, शोभा करणडालजे, भानू प्रताप सिंह वर्मा, दर्शन विक्रम, मीनाक्षी लेखी, अनुपपूर्णा देवी, ए नारायणसामी, कौशल किशोर, अजय भट्ट, बीएल वर्मा, अजय कुमार, देवसिंह चौहान, भगवंथ खूबा, कपिल पाटिल, प्रतिमा भौमिक, सुभाष सरकार, भागवत कराद, राज कुमार रंजन सिंह, भारती प्रवीण पवार, विशेश्वर टूडू, शांतुन ठाकुर, मुंजापारा महेंद्र भाई, जॉन बराला, एल मुर्गुन , निशित प्रमाणिक मंत्री पद की शपथ लेंगे।

आइये बात करते हैं कुछ बड़े दिग्गजों के कैबिनट से बाहर जाने वजह की। शुरूआत करते हैं बड़े प्रभावशाली रवि शंकर प्रसाद की। बिहार के पटना साहिब से लोकसभा सांसद रवि शंकर प्रसाद मोदी सरकार में कानून व न्याय मंत्री, संपर्क व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री थे। माना जा रहा है कि हाल ही में ट्वीटर के साथ हुए विवाद में मोदी सरकार को भी खासी किरकिरी का सामना करना पड़ा है। ट्वीटर द्वारा उनका एकाउंट सस्पेंड करने के बाद भी वह खासे चर्चा में आये थे।
डा. हर्षवर्धन– कोरोना की दूसरी लहर को लेकर जिस प्रकार से मोदी सरकार को विपक्ष ने कटघरे में खड़ा किया, वह भी इस्तीफे के बड़ी वजह माना जा रहा है। नित्य नई पालिसी व बेवजह की बयानबाजी ने भी विपक्ष को पूरी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने का मौका दिया।
बाबुल सुप्रियो– पश्चिम बंगाल की आसनसोल से सांसद बाबुल पर्यावरण मंत्रालय में राज्यमंत्री थे। पिछले कुछ समय से उनकी सरकार से अनबन चल रही है।  पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी वह पचास हजार से ज्यादा वोट से हारे हैं।
संतोष गंगवार- बरेली से सांसद संतोष गंगवार श्रम व रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। कोरोना काल के दौरान एक पत्र को लेकर वह खासे चर्चा में आये थे। इस पत्र में उन्होंने यूपी सरकार की खासी आलोचना की थी। उनकी जगह लखीमपुर खीरी से सांसद अजय मिश्रा को मंत्री बनाया गया है।
संजय धोत्रे– महाराष्ट्र की अकोला लोकसभा सीट से सांसद संजय  के बारे में बताया जा रहा है कि उनके कामकाज के तरीको से पीएम मोदी खुश नहीं हैं। समझा जा रहा है कि उन्हें जल्द ही संगठन में एडजेस्ट किया जा सकता है।
रमेश पोखरियाल निशंक-बीते दिनों निशंक को कोरोना हो गया था। वह करीब एक माह तक एडमिट भी रहे। खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया है।
सदानंद गौड़ा– कर्नाटर के बेंगलुरू नार्थ से भाजपा सांसद  सदानंद  रासायनिक व उर्वरक मंत्री थे। बताया जा रहा है कि कोरोना काल के दौरान दवाओं की कमी को लेकर मोदी सरकार की जो फजीहत हुई, उसकी गाज सदानंद पर गिरी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *