मध्य प्रदेश के रतलाम में हुए ट्रिपल मर्डर की गुत्थियां धीरे-धीरे सुलझने लगी हैं. पुलिस की जांच में यह माना जा रहा है ये हत्याएं लूट या चोरी की नीयत से नहीं की गई हैं. इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि यह हत्याकाण्ड कहीं न कहीं आपसी रंजिश के कारण हुआ है. गोली भी इतनी सटीक तरीके से मारी गई है कि एक गोली में एक की मौत हो गई. इससे पुलिस को लग रहा है कि हत्यारे प्रोफेशनल किलर हैं । पुलिस के जांचकर्ता शुरुआती तौर पर यही मान रहे हैं कि ये जघन्य हत्याकाण्ड किसी रंजिश की वजह से अंजाम दिया गया है. हत्या के समय का ठीक-ठीक अंदाजा तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से लग सकेगा लेकिन जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि गृहस्वामी मृतक गोविन्द राम रात को 9 बजे तक दुकान चलाता था और इसके बाद दुकान बन्द करके घर लौटता था । घटना वाली रात भी दुकान बन्द करके साढ़े नौ तक घर लौटा था. इस हिसाब से हत्या की वारदात रात साढ़े नौ बजे के बाद ही हुई होगी. तीन लोगों की हत्या के लिए कम से कम तीन फायर किए गए थे लेकिन आसपास में किसी को फायर की आवाज सुनाई नहीं दी । इसका कारण यह माना जा रहा है कि बुधवार रात को देवउठनी एकादशी होने की वजह से रात के वक्त पूरे शहर में पटाखे फोड़े जा रहे थे और हर तरफ पटाखों की आवाज गूंज रही थी. पटाखों के शोर में रिवाल्वर के फायर की आवाज दब गई और इसी वजह से आसपास के लोग फायर की आवाज को समझ नहीं पाए ।।
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