टूलकिट-छत्तीसगढ़ पुलिस का संबित पात्रा को नोटिस, पूछताछ के लिए पेश होने का निर्देश
-व्यक्तिगत या वीडियो के जरिये उपस्थित होने के निर्देश
-मोदी सरकार की विफलता छिपाने के लिये फर्जी खबर फैलाई-आरोप
-बीजेपी ने कहा- कांग्रेस फेस सेविंग की कर रही कोशिश
-उपस्थित न होने पर कानूनी कार्यवाही की चेतावनी
रायपुर। टूलकिट मामले को लेकर कांग्रेस व भाजपा में आऱपार के हालात बन गये हैं। हालात यहां तक पहुंच गये हैं कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को आज शाम चार बजे रायपुर के सिविल लाइन थाने में व्यक्तिगत या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपस्थित होने के लिए कहा है। ऐसा न होने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
कांग्रेस की छात्र विंग एनएसयूआई ने रायपुर में इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पात्रा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें एआईसीसी रिसर्च डिपार्टमेंट लेटरहेड पर कथित रूप से झूठा और मनगढ़ंत कंटेंट छापने का आरोप लगाया गया है। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत पर 19 मई को सिविल लाइंस थाने में ‘फर्जी खबर फैलाने’ और ‘वर्गों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने’ का मामला दर्ज किया गया है। शर्मा ने आरोप लगाया कि इस फर्जी कंटेंट को फैलाने का उद्देश्य कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों की मदद करने में मोदी सरकार की भारी विफलता से ध्यान हटाना था। आईपीसी की धारा 469, 504 , 505 (1) (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
वहीं, राज्य में विपक्षी दल बीजेपी ने कहा कि एफआईआर दर्ज कराकर अपना चेहरा बचाने की कांग्रेस की कोशिश से काम नहीं चलेगा. भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री और देश को बदनाम करने के लिए एक टूलकिट बनाया है. उन्होंने कहा कि जब इसका खुलासा हुआ तो यह एफआईआर दर्ज करा अपना चेहरा बचाने की कोशिश की गई.