जाबांज बांदा पुलिस ने शिकायत करने वाली महिला समाज सेविका को गिरफ्तार किया
राष्ट्रगान का कथित अपमान करने वालों की अनदेखी
वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज
अपमान की शिकायत करने वाली महिला भी गिरफ्तार
जांबाज बांदा पुलिस ने लाकडाउन नियमों के उल्लंघन के आरोप में की गिरफ्तारी
बांदा। राष्ट्रगान का अपमान करने वालों पर तो पुलिस का रौब नहीं चला लेकिन इस अपमान की शिकायत करने वाली महिला समाज सेविका को गिरफ्तार कर जेल जरूर भेज दिया। यह गिरफ्तारी कोरोना नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए की गई है। गिरफ्तारी से पहले समाज सेविका शालिनी पटेल की पुलिस से नोंकझोक भी हुई। पुलिस बराबर यह तर्क दे रही थी कि इस कोविड काल में इस समय कहीं भी धरना-प्रदर्शन की इजाजत नहीं है। वहीं जेल जाने से पहले शालिनी पटेल ने आरोप लगाया कि अपने ही देश में राष्ट्रगान का अपमान करने की शिकायत पर उन्हें सजा दी जा रही है। लगता है कि देश में, देश का अपमान करने वालों के खिलाफ बोलने की इजाजत नहीं है।
बता दे कि बांदा में सोशल मीडिया पर स्वतंत्रता दिवस पर नवाब टैंक में हुए एक कार्यक्रम का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक सांसद, चार विधायक, कुछ नेता और सरकारी अफसर राष्ट्रगान को बीच में छोड़कर जाते दिखाई दे रहे हैं। शालिनी पटेल ने इसी पर सवाल उठाते हुए शिकायत की थी। हालांकि इस बारे में नेताओं और अफसरों का कहना है कि कार्यक्रम में साउंड सर्विस वालों ने दोबारा राष्ट्रगान बजा दिया था। जबकि एक बार पहले ही वहां राष्ट्रगान हो चुका था जिसमें सभी सावधान की मुद्रा में खड़े होकर राष्ट्रगान गा चुके थे। वहीं शालिनी का कहना है कि राष्ट्रगान तो राष्ट्रगान है। यदि यह गलती से बज भी गया था तो भी लोग कुछ सेकेंड के लिए फिर से खड़े रह सकते थे।
गंभीर बात यह भी है बांदा की जांबाज पुलिस ने राष्ट्रगान का अपमान करने वालों पर तो हाथ नहीं डाला अलबत्ता जिस व्यक्ति ने यह वीडियो वायरल किया था उसके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा जरूर दर्ज कर लिया। अब इसके बाद शालिनी को धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया गया।