- राहुल भट्ट की हत्या के बाद घाटी में तनाव बढ़ा
- द कश्मीर फाइल्स के बाद तनाव व हिंसा बढ़ने का दावा
- वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने को हिंदु मुस्लिम मुद्दे पैदा किये जा रहे
- अब ये हमारी मस्जिदों के पीछे पड़े हुए हैं
कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या और पत्नी मीनाक्षी भट्ट द्वारा पीएम मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ बोले गये वाक्यों ने इस मामले को हवा दे दी है। राहुल भट्ट की हत्या के बाद एक बड़ी तादात ने द कश्मीर फाइल्स के निदेशक विवेक अग्निहोत्री व कलाकार अनुपम खेर पर निशाना साधा है। सोमवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इस बात पर यह कहते हुए अपनी मोहर लगा दी कि घाटी में इस फिल्म के कारण हिंसा में वृद्धि हुई है। उन्होंने दावा किया कि इस फिल्म ने केंद्र शासित प्रदेश में हिंसा को बढ़ा दिया है। इसके साथ ही महबूबा ने यह भी कहा कि वे (केंद्र सरकार) अब हिंदू मुस्लिमों में मतभेद पैदा कर हमारी मस्जिदों के पीछे पड़े हुए हैं। इन्हें अब मस्जिद में ही भगवान मिलते हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले अनंतनाग में कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुफ्ती ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाया है। 2016 में चरम अशांति के दौरान, कोई हत्या नहीं हुई थी, लेकिन कश्मीर फाइल्स फिल्म की वजह से फिर से हिंसा शुरू हो गई है। वे (केंद्र) वास्तविक विषयों से ध्यान हटाने के लिए हिंदू-मुस्लिम मुद्दे पैदा कर रहे हैं और अब ज्ञानवापी मस्जिद के पीछे हैं।
दरअसल, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अदालत द्वारा आदेशित वीडियोग्राफी सर्वेक्षण के तीसरे दिन सोमवार को संपन्न हुआ। हिंदू याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य ने दावा किया है कि समिति को परिसर में एक शिवलिंग मिला हालांकि कोर्ट में रिपोर्ट पेश होने के बाद ही इस दावे की सत्यता पर मोहर लग सकेगी।