MP के हरदा में पटाखा फैक्टरी में विस्फोट से अब तक 8 लोगों की मौत
मध्य प्रदेश : हरदा शहर में मगरधा रोड पर स्थित एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। फैक्ट्री में आतिशबाजी के लिए रखे बारूद के संपर्क में आकर आग ने जल्द ही विकराल रूप धारण कर लिया। आसपास के 50 से ज्यादा घरों में आग लगी है। इसकी वजह से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल हो गया और लोग इधर-उधर भागते नजर आए । फैक्ट्री से उठतीं आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है। हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत और 59 से अधिक घायलों की सूचना है । मृतकों के परिजनों को 4 लाख मुआवजे का ऐलान भी सरकार ने किया है । मौके पर सड़क पर यहां-वहां शव पड़े देखे जा रहे हैं। बताया जाता है कि 100 से अधिक लोग अभी भी इस फैक्ट्री में फंसे हुए हैं। फैक्ट्री में रह-रहकर अभी भी धमाके की आवाज सुनाई दे रही है । सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर रवाना कर दिया गया है। आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात है। बताया जाता है कि फैक्ट्री में विस्फोट के वक्त 250 से ज्यादा मजदूर अंदर काम कर रहे थे। इस हादसे में कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। घायलों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा जा रहा है।हमीदिया में डॉक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया। घायलों को भोपाल और इंदौर भी भेजा जाएगा। हरदा से भोपाल ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा । हरदा जिले में पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे को लेकर बैतूल जिले से चार एंबुलेंस और चिकित्सकों की टीम रवाना की गई है। बैतूल कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ रविकांत उईके ने चार चिकित्सकों की टीम, दवाइयों के साथ भेज दी है। सीएमएचओ ने बताया कि चार 108 एंबुलेंस भी भेजी गई हैं और हरदा जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों से सतत संपर्क किया जा रहा है ताकि और कोई सहायता की जरूरत होने पर उपलब्ध कराया जा सके । नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देश पर अमला मुस्तैद है। नर्मदापुरम के डॉक्टरों की टीम ने संभाला मोर्चा। स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, प्रशासन की टीम जुटी मदद में। नर्मदापुरम कलेक्टर के निर्देश पर दो एंबुलेंस और एक दमकल वाहन और हरदा के लिए भेजा गया है। जिले की मेडिकल टीम द्वारा हरदा पहुंचकर राहत एवं उपचार कार्य जारी है ।
आग लगते ही इलाके में हड़कंप मच गया। लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से निकलकर भागे। हताहत होने वालों में सबसे ज्यादा महिलाओं की संख्या बताई जा रही है। घायलों को एंबुलेंस सहित पुलिस और जिला प्रशासन के विभिन्न वाहनों की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। इसके साथ ही नजदीकी जिले नर्मदापुरम और बैतूल से भी चिकित्सा सहायता पुलिस बल भेजा जा रहा है । मगरधा रोड सहित पटाखा फैक्ट्री के करीब एक किलोमीटर के दायरे में लोगों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। नर्मदा पुरम- खंडवा स्टेट हाईवे पर भी बैरिकेड्स लगाकर वाहनों को निकाला जा रहा है ।
हरदा में हुए भीषण हादसे को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाई। उन्होंने मंत्री प्रद्युम्न तोमर व उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार को तत्काल हरदा जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा। इंदौर, भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भी हरदा भेजा जा रहा है। इसके साथ-साथ राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि, घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार हमारी पहली प्राथमिकता है । हरदा के पटाखा फैक्ट्री में हुई भीषण दुर्घटना के बाद कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देशानुसार तत्काल तीन एंबुलेंस और छह फायर ब्रिगेड हरदा के लिए रवाना की जा चुकी। रेस्क्यू हेतु 01 पीसी, 01 एच और 19 एसडीआरएफ जवानों को आपदा सामग्री – अग्निशमन यंत्र, फायर एंट्री सूट, सर्च लाइट, स्ट्रेचर, हेलमेट, ब्रीथिंग अप्रेटस सेट आदि राहत सामग्री आदि दो बसों से हरदा रवाना किए गए हैं। इसके साथ-साथ बैतूल जिले से चार दमकल वाहन मौके पर रवाना किए गए हैं। बैतूल नगर पालिका के दो, सारनी नगर पालिका का एक और चिचोली नगर परिषद का एक दमकल वाहन भेजा गया है ।