- नवाज शरीफ दो बार हटे लेकिन उन्होंने देश की सुरक्षा को खतरे में नहीं डाला
- बाहरी साजिश बता कर इमरान राष्ट्रीय सुरक्षा को आग में झोंक रहे
- पीएमएल-एन ने भी इमरान से पल्ला झाड़ा
- इमरान पर सत्ता छोड़ने का बढ़ रहा है भारी दबाव
- तीन अप्रैल को बहुमत परीक्षण होगा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान किसी तरह अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में हैं। इमरान खान सरकार सहयोगी पार्टी MQM ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से ठीक पहले विपक्षी दलों से समझौता कर इमरान को जोर का झटका दे दिया है। वहीं विपक्ष भी लगातार हमलावर है। इमरान पर लगातार यह आरोप लग रहे हैं कि कुर्सी बचाने के लिये वह बाहरी साजिश बताते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा को आग में झोंकने का काम कर रहे हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग एन (पीएमएल- एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने इमरान खान पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने इमरान खान की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं।
मरियम नवाज ने कहा है कि नवाज शरीफ को दो बार प्रधानमंत्री पद से हटाया गया लेकिन उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को आग में झोंकने का काम कभी नहीं किया। उन्होंने कुर्सी जाने पर किसी पर झूठा आरोप नहीं लगाया। इमरान खान की ओर से लगातार देश की सुरक्षा और साजिश वाली बात पर भी उन्हें घेरते हुए मरियम ने कहा कि, देश की सुरक्षा के लिए इससे ज्यादा खतरनाक क्या हो सकता है कि देश के प्रधानमंत्री को अपनी सत्ता बचाने के लिए झूठी साज़िशों का ढोंग करना पड़ रहा है। इन सबने देश का तमाशा बना दिया है। र्जी पूर्व प्रधानमंत्री का सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश को पत्र दिखाने का अनुरोध उनकी मुझे बचाओ याचिका का हिस्सा है। कृपया सर्वोच्च न्यायालय को अपने प्रलोभनों और बुराइयों से दूर रखें।
दरअसल, पाकिस्तानी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू होगी। तीन दिन बाद यानी 3 अप्रैल को बहुमत परीक्षण होगा। विपक्ष इमरान की पार्टी के दो दर्जन से ज्यादा सांसदों को तोड़ने का दावा कर रहा है लेकिन इमरान भी झुकने को तैयार नहीं हैं और वह आखिरी दम तक अपनी सरकार को बचाने की कोशिशों में जुटे हैं। पाकिस्तान के इतिहास में आज तक किसी भी प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल नहीं किया जा सका है और खान इस चुनौती का सामना करने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं।