130 Views
केंद्र सरकार द्वारा लाये गये कृषि संबंधी तीन कानून का किसान विरोध कर रहे हैं। किसान आंदोलन का आज 38वां दिन है। कड़ाके की ठंड है लेकिन किसान टस से मस होने के लिये तैयार नहीं हैं। कई किसानों की मौत के बाद आज एक किसान ने आत्महत्या कर ली। किसान से मरने से पहले अपने सोसाइड नोट में लिखा है कि किसान ठंड में बैठे हैं लेकिन सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं हैं, विवश होकर वह आत्महत्या कर रहा है। गाजीपुर बार्डर पर शौचालय में इस किसान ने आत्महत्या की है। किसान का नाम कश्मीर सिंह है और वह बिलासपुर, उत्तराखंड का निवासी हैं। पंजाबी में लिखे इस सुसाइड नोट का हिंदी में अनुवाद कराया जा रहा है।
इससे पहले किसान और सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत में पूरा समाधान तो नहीं निकला लेकिन विवाद के दो मुद्दों पर सहमति बन गई है। किसानों और सरकार के बीच अब 4 जनवरी को अगली बैठक है। उम्मीद की जा रही है कि इस दिन गतिरोध खत्म हो सकता है। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा है कि उन्हें भरोसा है कि 4 जनवरी को सकारात्मक नतीजे आएंगे।