किसान आंदोलन: 500 से ज्यादा अकाउंट व आपत्तिजनक हैशटैग पर रोक, लेकिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जारी रहेगी
दिल्ली। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने बुधवार को कहा कि भारत सरकार के कहने पर उसने कुछ एकाउंट पर रोक लगाई है। हालांकि, सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनीतिज्ञों एवं मीडिया के ट्विटर हैंडल को ब्लॉक नहीं किया है क्योंकि ऐसा करने से अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार का उल्लंघन होगा। ट्विटर ने कहा है कि वह अपने उपयोगकर्ताओं की अभिव्यक्ति की आजादी का समर्थन करना जारी रखेगा। इसके लिए वह सक्रियता से भारतीय कानून के तहत विकल्पों पर विचार कर रहा है।
बता दें कि सरकार ने ट्विटर से ऐसे कई अकाउंट को बंद करने को कहा है जिनसे देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कथित रूप से भ्रामक एवं भड़काऊ सूचनाएं साझा की जा रही हैं। सरकार ने आदेश का अनुपालन न करने पर कानूनी कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है। इस पर ट्विटर ने ब्लॉगपोस्ट में कहा कि नुकसानदेह सामग्री कम नजर आए इसके लिए उसने कदम उठाए हैं जिनमें ऐसे हैशटैग को ट्रेंड करने से रोकना एवं खोजने के दौरान इन्हें देखने की अनुशंसा नहीं करना शामिल है।