नीरज ने भाले वाला लट्ठ गाड़ दिया- खट्टर
छह करोड़ व क्लास वन की नौकरी पक्की
गोल्ड समेत देश ने अभी तक सात मेडल जीते
टोक्यो। नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक कर भारत को पहला गोल्ड मैडल दिला दिया। नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर भाला फेंका जो गोल्ड के लिए पर्याप्त रहा। इस गोल्ड मेडल के साथ ही भारत के खाते में कुल सातवां पदक आ गये हैं। नीरज चोपड़ा की जीत के बाद देश में खुशी की लहर है।
. यह ओलंपिक एथलेटिक्स में भारत का पहला स्वर्ण पदक है। इससे उन्होंने भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 100 साल से भी अधिक का इंतजार समाप्त कर दिया। नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया। दरअसल, जिस तरह नीरज का प्रदर्शन चल रहा है उसे देखते हुए नीरज को ओलंपिक से पहले ही पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। नीरज ने क्वालीफिकेशन में अपने पहले प्रयास में 86.59 मीटर भाला फेंककर शीर्ष पर रहकर फाइनल में जगह बनायी थी। तीसरे प्रयास में वह 76.79 मीटर भाला ही फेंक पाए जबकि चौथे प्रयास में फाउल कर गये। उन्होंने छठे प्रयास में 84.24 मीटर भाला फेंका लेकिन इससे पहले उनका स्वर्ण पदक पक्का हो गया था।
वहीं चेक गणराज्य के जाकुब वादलेच ने 86.67 मीटर भाला फेंककर रजत जबकि उन्हीं के देश के वितेजस्लाव वेस्ली ने 85.44 मीटर की दूरी तक भाला फेंका और कांस्य पदक हासिल किया। नीरज भारत की तरफ से व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था।
नीरज के इस प्रदर्शन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने बधाई दी है। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि टोक्यो में हरियाणा के छोरे ने लट्ठ गाड़ा और भाले वाला लट्ठ गाड़ दिया। अपेक्षा के अनुरूप हमें गोल्ड मिला। ये देश के लिये बहुत बड़ी उपलब्धि है। हरियाणा के लिए उपलब्धि है। उन्हें छह करोड़ रुपये और क्लास-वन की नौकरी दी जाएगी.