टोक्यो। गोल्ड मेडल के लिए जारी मुकाबले में रवि दहिया रुस के पहलवान को मात नहीं दे सके। लिहाजा वह चांदी लेकर भारत लौट रहे हैं। यह भारत और रवि दहिया के लिए बड़ी उपलब्धि है। रवि ने ओलंपिक में पहली बार हिस्सा लिया था और मेडल जीतकर लौट रहे हैं। रवि दहिया गोल्ड मेडल हासिल नहीं कर सके हैं, लेकिन कुश्ती में उन्होंने सुशील कुमार के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। 2008 के बीजिंग ओलंपिक के बाद से ही भारत लगातार कुश्ती में मेडल हासिल कर रहा है। रवि दहिया ने कुश्ती में दूसरा सिल्वर जीता है, उनसे पहले 2012 के लंदन ओलंपिक के फ़ाइनल में पहुंचे पहलवान सुशील कुमार ने यह उपलब्धि हासिल की थी।
रवि दहिया को रूस के पहलवान जवूर उगुएव से 57 किलोग्राम भार वर्ग की फ्रीस्टाइल कैटिगरी में हार का सामना करना पड़ा। मुकाबले की शुरुआत से ही रूसी पहलवान जवूर उगुएव ने अपनी बढ़त बना ली थी, जिसे रवि दहिया कड़ी टक्कर देने के बाद भी अंत तक खत्म नहीं कर पाए। रवि ने पहले पीरियड की शुरुआत में 2-2 की बराबरी कर ली थी, लेकिन फिर रूसी पहलवान ने जबरदस्त वापसी करते हुए स्कोर को 4-2 कर दिया था। इसके बाद रूसी पहलवान ने रवि को कोई मौका नहीं दिया। एक समय पर जवूर उगुएव 7-2 से आगे चल रहे थे, लेकिन तभी रवि दहिया ने दो पॉइंट और हासिल कर लिए, लेकिन मुकाबला नहीं हासिल कर सके।