एप्पल से बड़ी कंपनी बनी माइक्रोसॉफ्ट, एआई में मारी बाजी, दोनों में चल रही है कड़ी टक्कर
दुनिया की दो दिग्गज कंपनियों एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट में बाजार में बादशाहत की नजदीकी जंग जारी है. दोनों कंपनियों का मार्केट कैप इतना आसपास आ गया है कि रोजाना दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने की लड़ाई चल रही है. रोचक बात यह है कि अब एप्पल को पछाड़कर मामूली अंतर से माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की मार्केट कैप 2.888 और आईफोन निर्माता एप्पल का बाजार मूल्य 2.887 ट्रिलियन डॉलर हो गया है । जानकारी के मुताबिक, गुरुवार के यह आंकड़े दर्शाते हैं कि भले ही यह अंतर न के बराबर हो लेकिन, माइक्रोसॉफ्ट अब दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी है. साल 2021 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि उसकी मार्केट कैप माइक्रोसॉफ्ट से नीचे चली गई है । एप्पल के लिए 2024 की शुरुआत पिछले कुछ सालों में सबसे खराब हुई है. कंपनी मांग में आई कमी से परेशान है. माइक्रोसॉफ्ट के शेयर 1.5 फीसदी बढ़े हैं. कंपनी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बढ़ती डिमांड से फायदा पहुंचा है. माइक्रोसॉफ्ट ने अन्य कंपनियों के मुकाबले एआई के मामले में बाजी मार ली है. निवेशकों की रुचि कंपनी में और ज्यादा बढ़ती जा रही है । एप्पल के शेयर जनवरी में लगभग 3.3 फीसदी फिसल चुके हैं. उधर, माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में 1.8 फीसदी का उछाल आया है. चीन जैसे बड़े मार्केट में एप्पल के सबसे लोकप्रिय प्रोडक्ट आईफोन की मांग में कमी दर्ज की गई है. अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर और हुआवे से मिला रहा तगड़ा कॉम्पटीशन इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. हालांकि, एप्पल के सर्विस बिजनेस के भविष्य में और आगे बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है । साल 2023 में एप्पल के शेयर में 48 फीसदी का उछाल आया था. साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 14 दिसंबर, 2023 को अपने सर्वोच्च स्तर 3.081 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया था. हालांकि, इसी दौरान माइक्रोसॉफ्ट के शेयर 57 फीसदी बढ़े. इसे चैट जीपीटी के निर्माता ओपन एआई से गठबंधन के चलते एआई के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता मिल रही है ।।