महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से उद्धव ठाकरे द्वारा दिये गये इस्तीफे को राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। इसके बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने केहा कि महाराष्ट्र में जब भी नई सरकार आयेगी, यही अपेक्षा है कि वह राज्य के हित में कार्य करें। सभी पक्ष उनका साथ दें, हालांकि उन्होंने बाद में यह भी जोड़ दिया कि हमें अपनों ने ही धोखा दिया है, अपनों ने ही पीठ में खंजर घोंपा है। इस बीच, एकनाथ शिंदे ने कहा है कि मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर अभी भाजपा से कोई चर्चा नहीं हुई है, अटकलें न लगाई जायें।
इससे पूर्व संजय राउत ने दावा किया कि उनकी बागी विधायकों से बात हुई है, जिनका वह नाम नहीं बतायेंगे। शिवसेना के इन विधायकों पर दबाव बनाया गया है। अब सवाल है कि जिन लोगों ने शिवसेना से बगावत की है, क्या उनका नेता मुख्यमंत्री बनेगा ? उन्होंने आगे कहा, एकनाथ शिंदे कट्टर शिवसैनिक हैं। उन्होंने कई साल पार्टी में रहकर काम किया है। अब अगर वह भाजपा के साथ जाते हैं तो उन्हें शुभकामनाएं हैं। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए यह कहा कि वह सब जानते हैं कि इन सबके पीछे कौन है। किस का असल में हाथ है। ये पूरा देश जानता है और देख भी रहा है। संजय का यह भी कहना है कि ये बाला साहेब की शिवसेना है। हम अपना काम करते रहेंगे और बाला साहेब के मार्ग पर चलते रहेंगे। हम सत्ता के लिए नहीं बने, सत्ता हमारे लिए बनी है। अब अपने काम के बलबूते पर फिर से सत्ता में आएंगे।
ईडी नोटिस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि, कल वह ईडी के सामने जायेंगे। सरकार का गठन हो ना हो… किसी प्रकार का घटनाक्रम हो वह ईडी के सामने जायेंगे चाहें ईडी कोई भी कार्रवाई करे।