क्रूज ड्रग्स मामले में गिरफ्तार आर्यन खान को आज भी जमानत नहीं मिल पायी। इस मामले में अभी कोर्ट में कल यानी बुधवार को भी सुनवाई जारी रहेगी। शाहरूख खान ने अपने बेटे को जमानत दिलाने के लिये नामी गिरामी वकीलों की फौज मैदान में उतार रखी है। आज विशेष रूप से दिल्ली से मुंबई पहुंचे पूर्व अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने आर्यन की पैरवी की। मुकुल रोहतगी ने आर्यन की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किये तो एनसीबी ने 38 पेज का हलफनामा दायर कर आर्यन को जमानत दिये जाने का विरोध किया। एनसीबी ने यह दावा भी किया कि शाहरूख खान अपने पीए पूजा डडलानी के माध्यम से इस केस को प्रभावित करने की कोशिश में लगे हैं।
शाहरूख खान ने अपने बेटे के बचाव में इससे पहले मशहूर वकील सतीश मानशिंदे को उतारा था, फिर दूसरे नामी गिरामी अमित देसाई को लेकिन सफल नहीं हो पाये। अब मुकुल रोहतगी को बचाव पक्ष में उतारा गया है। आर्यन खान की जमानत याचिका निचली अदालतों में रिजेक्ट होने के बाद अब मामला हाईकोर्ट में पहुंच गया है। एनसीबी ने जमानत का विरोध यह कहते हुए किया कि केस व जांच को प्रभावित करने की कोशिश लगातार जारी हैं। मामले के मुख्य गवाह प्रभाकर सइल का उदाहरण सामने है।
याद दिला दें कि प्रभाकर ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया है कि उनके नाम पर केपी गोसावी ने शाहरूख की पीए पूजा डडलानी से आर्यन को छोड़ने की एवज में 25 करोड़ रूपये की मांग की थी, बाद में यह मामला 18 करोड़ रुपये में सैटल हो गया था। इसमें से आठ करोड़ रूपया समीर जबकि बाकी अन्य को बंटना था।महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आरोपों के बाद जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने अपने पिता, अपना जाति प्रमाण पत्र जारी किया है। इसमें समीर के पिता महर जाति से हैं जो एससी श्रेणी में आता है। समीर ने इसके साथ ही वंशावली, जन्म प्रमाण पत्र, कोतवाली रजिस्टर कापी व परिवार की फोटो साझा की है। समीर ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी दस्तावेज से छेड़छाड़ नहीं की है।
सुनवाई के दौरान कोर्ट में मुकुल रोहतगी ने कहा कि आर्यन खान को विशेष अतिथि के रूप में क्रूज पर आमंत्रित किया गया था। आर्यन को प्रतीक गाबा ने आमंत्रित किया था, जो एक आयोजक था। उसने आर्यन और आरोपी अरबाज मर्चेंट को आमंत्रित किया. दोनों को एक ही व्यक्ति ने आमंत्रित किया था। वे दोनों एक साथ क्रूज पर पहुंचे थे। ऐसा लग रहा है कि एनसीबी के पास कुछ पूर्व सूचना थी कि इस क्रूज पर लोग ड्रग्स ले रहे थे, इसलिए वे वहां काफी संख्या में मौजूद थे। चूंकि कोई रिकवरी नहीं हुई लिहाजा आर्यन खान को ग़लत तरीके से गिरफ़्तार किया गया। बता दें कि आर्यन खान को अन्य लोगों के साथ दो अक्टूबर को एनसीबी ने गिरफ्तार किया था।
संपूर्ण मामले के दौरान आर्यन के बाद सर्वाधिक चर्चा में आया केपी गोसावी कुछ समय से भूमिगत है। बताया जा रहा है कि वह यूपी में समर्पण करने की फिराक में हैं। यूपी में ही क्यों ? यह सवाल अभी अनसुलझा है। हां, इसे लेकर राजनीति से जोड़ कर तमाम कयास जरूर लगाये जा रहे हैं।
केपी