हरियाणा से दिल्ली आने वाले सभी रास्ते सील, अकाली दल का विरोध प्रदर्शन
कृषि कानून व विरोध को हुआ पूरा एक साल
इस एक साल में सरकार व विरोधी टस से मस नहीं
विरोध प्रदर्शन के कारण राहगीर हुए परेशान
नई दिल्ली। कृषि कानून को पास हुए और इसके विरोध को करीब एक साल पूरा हो गया है। इस एक साल में न तो सरकार और न ही कानून विरोधी अपनी जिद से टस से मस हुए हैं। अलबत्ता राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना जरूर पड़ रहा है। हरियाणा के करनाल मिनी सचिवालय के विरोध प्रदर्शन इसकी बानगी भर रही। आज तीन नये कानूनों के खिलाफ अकाली दल की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस विरोध को देखते हुए हरियाणा से दिल्ली की तरफ आने वाले सभी रास्ते बंद कर दिये गये हैं। नतीजा सामने है कि चारों तरफ भयंकर जाम लग गया है और राहगीरों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
जानकारी में आया है कि दिल्ली पुलिस ने बहादुरगढ़ के झाडौदा सीमा के साथ ही निजामपुर बार्डर, सिद्दीपुर गांव समेत अन्य सभी बार्डर सील कर दिये हैं। बता दें कि अकाली दल ने पंजाब से अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था और अब हरियाणा सेहोते हुए दिल्ली में आने की उनकी कोशिश है। कानून पारित व विरोध को एक साल पूरा होने पर अकाली दल ने इसे काला दिवस मानने की घोषणा की है।
दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारे के बाहर शिरोमणि अकाली दल केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के एक साल पूरे होने पर ‘काला दिवस’ मना रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ता इन कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए रकाबगंज से संसद तक विरोध मार्च निकालेंगे, हालांकि, उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं है।