महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बीच विधानसभा स्पीकर भी भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर को चुन लिया गया। उन्होंने अपने प्रतिद्व्ंदी को बीस मतों से पराजित कर भाजपा व शिंदे ग्रुप की राह आसान कर दी है। कांग्रेस नेता नाना पटोले के पिछले साल पद से इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली हो गया था। डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल कार्यकारी अध्यक्ष रहे हैं। राहुल का शिवसेना व एनसीपी से गहरा नाता रहा है। नार्वेकर एनसीपी के वरिष्ठ नेता रामराजे निम्बलाकर के दामाद भी हैं, नाइक इस वक्त महाराष्ट्र विधान परिषद में सभापति हैं।
शिव सेना व कांग्रेस गठबंधन सरकार को जमीदोज कर बागी विधायक एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री बन गये हैं। इसके साथ ही विधानसभा स्पीकर पद पर काबिज होने के लिये भी दोनों ही गुट अपनी कमर कसे हुए थे। यहां शिंदे की एक के बाद एक आज दूसरी जीत भी हो गयी। जहां तक बात राहुल नार्वेकर की है कि तो वह सबसे काम उम्र के विधानसभा अध्यक्ष बने हैं। वह पहली बार कुलाबा विधानसभा सीट से जीत कर विधानसभा पहुंचे है। इससे पहले वह NCP से विधान परिषद सदस्य रह चुके है। उन्होंने युवा सेना में आदित्य ठाकरे के साथ काम भी किया है। राहुल नार्वेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में वकील भी है। माना जा रहा है कि राहुल नार्वेकर को भाजपा ने अध्यक्ष इसलिए बनाया क्योंकि वह क़ानून के अच्छे जानकार हैं। ऐसे में आने वाले वक्त में क़ानूनी मुद्दों से बचने के लिए राहुल नार्वेकर भाजपा के खेवनहार के रूप में सामने आएंगे।