माफिया राज पर योगी का कड़ा प्रहार, बदन व अतीक अहमद पर कड़ा कदम
मेरठ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सूबे से माफिया राज खत्म करने के लिये कटिबद्ध है। सिर्फ गिरफ्तारी ही नहीं बल्कि इन माफियाओं की आर्थिक रूप से कमर भी तोड़ी जा रही है। पिछले साल शुरू किये गये नेस्तनाबूत अभियान की धमक अब दूर तलक सुनाई दे रही है। प्रयागराज में माफिया घोषित किये गये पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद की कई इमारतों को जमीदोज किया जा चुका है। इसके अलावा अतीक की करीब आधा दर्जन संपत्तियों को कुर्क अथवा जब्त किया जा चुका है। प्रयागराज का सरकारी अमला अतीक अहमद की 18 और संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी में हैं। वहीं मेरठ में कुख्यात बदन सिंह बद्दों पर भी शिकंजा कसता जा रहा है। ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दों की आलीशान कोठी को जमीदोज करने की प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। संभवत कल यानी गुरूवार को उसकी कोठी पर सरकारी बुलडोजर अपनी ताकत का अहसास करा देगा।
फिलहाल बात करते हैं अतीक अहमद की। प्रयागराज का सरकारी अमला अपनी पूरी तैयारी कर चुका है। जिले के डीएम ने इसके लिये पुलिस को मंजूरी भी दे दी है। यह संपत्तियां शहर के करेली इलाके के ऐनुद्दीनपुर गांव में हैं। करोड़ों की इस संपत्ति पर अतीक के करीबी प्लाटिंग कर रहे थे। इसके साथ ही अतीक गैंग के दो सदस्य माजिद और अकबर की पांच संपत्तियां भी कुर्क करने का आदेश हो चुका है। माना जा रहा है कि इन सभी 23 सम्पत्तियों को अगले तीन से चार दिन में जब्त किया जा सकता है। बता दें कि प्रयागराज में पिछले पांच माह में 46 माफियाओं और बाहुबलियों की इमारतों को बुलडोज़रों के ज़रिये ध्वस्त किया जा चुका है।
उधर, मेरठ में कुख्यात माफिया बदन सिंह बद्दों पर भी पुलिस प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। पिछले दिनों ही पुलिस ने बकायदा मुनादी करा कर बद्दो के घर को कुर्क कर लिया था। टीपीनगर के पंजाबीपुरा निवासी बदन सिंह बद्दो होटल मुकुट महल से 28 मार्च को पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। दरअसल, गाजियाबाद पेशी पर आये बदन सिंह को वापस फतेहगढ़ ले जाना था लेकिन पुलिस उसे मेरठ मुकुट महल होटल ले आई। यहां पुलिस को नशे में धुत्त कर बदन सिंह भाग गया था। पुलिस ने फरारी में सहयोग करने के आऱोप में मुकुट महल मालिक मुकेश गुप्ता, केबिल कारोबारी व मेट्रो प्लाजा व्यापार संघ महामंत्री अनिल छाबड़ा, डिपिन सूरी, पपीत बढ़ला, संयुक्त व्यापार संघ मंत्री लल्लू मक्कड़, करण पब्लिक स्कूल संचालक भानू प्रताप, सोनू सहगल, मिक्की सरदार, अरुण व छह पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने भानू प्रताप, लल्लू मक्कड़, डिपिन सूरी व सोनू सहगल आदि गिरफ्तार कर लिया था जबकि मुकेश गुप्ता अपनी गिरफ्तारी के अगेनस्ट स्टे ले लिया था जिसे बाद में स्टे खत्म होने पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। कोठी को जमीदोज होने से बचाने के लिये बदन सिंह की भाभी कुलदीप कौर सामने आयी लेकिन वह ऐसा कोई कागज पेश नहीं कर पायी जिससे कोठी पर उसका मालिकाना हक साबित हो पाता। अब मेरठ विकास प्राधिकरण ने गुरूवार को कोठी जमीदोज करने के लिये पुलिस प्रशासन मदद मांगी है। इस कार्यवाही के लिये 21 जनवरी की तिथि तय की गई है। इसके लिये सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है।