ममता बनर्जी बोलीं , बंगाल में नहीं लागू होने देंगे एनआरसी-एनपीआर ।।
श्चिम बंगाल में 60 से 70 विधानसभा सीटों पर राजनीतिक वर्चस्व रखने वाले बांग्लादेश के हिन्दू शरणार्थी मतुआ समुदाय को लुभाने की कोशिश में जुटी ममता बनर्जी ने सोमवार को नदिया जिले के राणाघाट में इस समुदाय के बहुलता वाले क्षेत्र में जनसभा की है। वहां उन्होंने एक बार फिर से कहा कि वह पश्चिम बंगाल में एनआरसी और एनपीआर को लागू नहीं होने देंगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मतुआ देश के नागरिक हैं। हालांकि जमीनी हकीकत यह है कि इस समुदाय के लोगों पास मतदान का अधिकार तो है लेकिन नागरिकता अभी तक नहीं मिली है । इस जनसभा के माध्यम से मुख्यमंत्री ममता ने एक बार फिर किसान आंदोलन का समर्थन किया। साथ ही भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा, “मैं मर जाऊंगी, लेकिन बंगाल को बिक्रय नहीं करने दूंगी। मुझे खत्म कर दें, लेकिन बंगाल को खत्म करने नहीं देंगे। बंगाल की रीढ़ की हड्डी को तोड़ने नहीं दूंगी। कहा, भाजपा के खिलाफ सभी एकजुट हों। बंगाल के युवा भाजपा के खिलाफ एकजुट हों। बंगाल में दखल करने नहीं देंगे। हम बंगाल उन्हें किसी कीमत पर नहीं देंगे ।।