मुंबई। बर्ड फ्लू का कहर को देखते हुए प्रशासन ने नवापुर में मंगलवार को एक लाख से अधिक मुर्गियों को मारने के लिए अलग कर लिया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित केंद्रीय प्रयोगशाला आईसीएआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई-सिक्योरिटी एनिमल डिजीज (एनआईएचएसएडी) द्वारा मंगलवार को महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के नवापुर में 12 और पोल्ट्री फार्मों में बर्ड फ्लू से पक्षियों के मरने की पुष्टि की है। इसी के साथ प्रभावित पोल्ट्री फार्मों की संख्या बढ़कर 16 हो गई।
राज्य में मंगलवार को 1,291 पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हुई, जिसमें 1266 पोल्ट्री पक्षी हैं। इसी के साथ बर्ड फ्लू से मरने वाले पक्षियों की संख्या बढ़कर 41,504 पहुंच गई है। नवापुर तहसील के 28 पोल्ट्री फार्म में कुल 9.50 लाख मुर्गियां हैं। बर्ड फ्लू से पोल्ट्री फार्म को भारी नुकसान होगा। प्रशासन ने नवापुर में अंडे और मुर्गियों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। नवापुर में पोल्ट्री फार्म सबसे अधिक हैं। पशुपालन विभाग की 100 टीमें नंदुरबार पहुंच गईं हैं। इससे पहले 2006 में भी नवापुर में बर्ड फ्लू फैला था। वर्ष 2006 की तुलना में इस साल नवापुर में बर्ड फ्लू का असर बहुत कम है।
इस बीच,नासिक के पशुपालन कमिश्नर ने नवापुर तहसील में दौरा करके पोल्ट्री फार्म का निरीक्षण किया। व्यापारियों और अधिकारियों को बर्ड फ्लू के बारे में जागरूक किया। वहीं व्यापारियों ने नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। राज्य पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि एनआईएचएसएडी ने पुष्टि की कि नवापुर में मुर्गियों की मौत H5N8 स्ट्रेन से हुई है। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले केंद्रीय प्रयोगशाला ने 12 पोल्ट्री में पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि की थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए बताया कि चार पोल्ट्री फार्मों के नमूनों की रिपोर्ट सोमवार और आठ की मंगलवार को मिली, जिनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।