सूर्यास्त के बाद शव का पोस्टमार्टम न होने की व्यवस्था में अब फेरबदल कर दिया गया है। अंग्रेजों के समय से चली आ रही इस व्यवस्था में बदलाव करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि जिन अस्पतालों में रात को पोस्टमार्टम करने की सुविधा उपलब्ध है, वहां अब सूर्यास्त के बाद भी पोस्टमार्टम किये जा सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अंग्रेजो के समय की व्यवस्था खत्म हो गई है।
नए प्रोटोकॉल में कहा गया है कि अंगदान के लिए पोस्टमार्टम प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए और सूर्यास्त के बाद भी उन अस्पतालों में किया जाना चाहिए, जिनके पास नियमित आधार पर इस तरह के पोस्टमॉर्टम करने के लिए बुनियादी ढांचा है। अपने इस फैसले में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि किसी भी संदेह को दूर करने और कानूनी मकसद के लिए रात में होने वाले सभी पोस्टमॉर्टम की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी।