तीसरी लहर कब आयेगी कहना मुमकिन नहीं
सत्तर फीसदी को वैक्सीन लग गई तो देश सामान्य हालात में होगा
पैनडेमिक में बड़ी जनसंख्या होती है प्रभावित
एंडेमिक यानी वायरस के साथ जीना सीख लेती है आबादी
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आयेगी अथवा नहीं इस कयास के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत के लिए बेहद अहम बात कही है। मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या विश्वनाथन ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस की स्थिति एंडेमिक स्टेज में जा सकती है। यानी एंडेमिक स्टेज उस वक्त होती है जब आबादी वायरस के साथ जीना सीख लेती है। मतलब साफ है कि वायरस के फैलाव की प्रकृति अब स्थानीय हो सकती है जबकि पैनडेमिक में जनसंख्या का बड़ा हिस्सा वायरस की चपेट में आता है।
उनका कहना है कि भारत का आकार, आबादी की विविधता और देश के अलग-अलग हिस्सों में इम्यूनिटी की स्थिति को देखते हुए ये ‘बिल्कुल संभव’ है कि स्थिति इसी तरह विभिन्न जगहों में उतार और चढ़ाव के साथ जारी रहे। सौम्या ने कहा कि हम ऐसी स्थिति में जा सकते हैं जहां वायरस के फैलने की दर कम या मध्यम हो। फिलहाल वायरस के तीजे से फैलने की आशंका नहीं दिखाई दे रही है, जैसा कुछ माह पहले देखा था। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2022 के अंत तक भारत 70 फीसद लोगों का टीकाकरण करा पाने में कामयाब होगा। अगर 70 फीसद आबादी को कोविड-19 की वैक्सीन लग गई, तो भारत सामान्य अवस्था की तरफ लौट जाएगा.