-वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर मोदी के फोटो का विरोध
-छत्तीसगढ़ बीजेपी ने फैसले का किया विरोध
-तर्क-जब सब कुछ राज्य पर निर्भर है तो फोटो भी सीएम का
रायपुर। कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर बराबर सवाल खड़े हो रहे हैं। विपक्ष इसके औचित्य पर सवालिया निशान लगाते हुए इसका विरोध कर रहा है। ताजा मामला छत्तीसगढ़ का है। यहां कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो के साथ 18-44 आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए अपना सर्टिफिकेट जारी करना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार ने 18-44 साल के लोगों के टीकाकरण के लिए को-विन ऐप के बजाय अपना पोर्टल CGTEEKA लॉन्च किया है। इस पर 18-44 साल के लोग रजिस्ट्रेशन करवा कर वैक्सीन लगवा सकते हैं और इसी के जरिए वैक्सीन सर्टिफिकेट पत्र जारी किए जा रहे हैं।
इस बारे में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि यह कोई मुद्दा होना चाहिए। जब भारत सरकार पैसा और वैक्सीन प्रोवाइड करा रही थी तो सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री की फोटो थी लेकिन गर राज्य सरकार कुछ कर रही है तो हम उनकी जगह मुख्यमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल करेंगे। जब केंद्र ने वित्तीय बोझ उठाने की जिम्मेदारी राज्यों पर छोड़ दी है और राज्य सरकारें अपने स्वयं के टीके खरीद रही हैं तो वे अपने स्वयं के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट क्यों नहीं जारी करें ? वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों होनी चाहिए? ”
इस नये प्रयोग पर छत्तीसगढ़ भाजपा ने एतराज जताया है। नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने कहा कि केंद्र की योजनाओं पर अनुचित क्रेडिट लेना छत्तीसगढ़ सरकार की स्टैंडर्ड प्रैक्टिस है। हालांकि यह केंद्र का निर्णय है कि राज्यों को टीका खरीदना चाहिए, लेकिन जब 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान भी केंद्र का ही फैसला है तो राज्यों को प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल करना चाहिए।