नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया कि चीन ने भारत की भूमि पर कब्जा कर रखा है, हम अपनी एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेंगे। भारत ने चीन से आग्रह किया गया है कि ‘एलएसी को माना जाए, स्टेटस बदलने का प्रयास न हो। दोनों पक्ष आपसी सहमति का पालन करें।
राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि सितंबर 2020 से भारत और चीन की सेनाओं व राजनीतिक स्तर पर बातचीत हो रही हैं। पेगोंग लेक से साउथ और नार्थ में समझौता हो गया है। दोनों पक्ष अपनी सेना हटाएंगे। चीन फिंगर 8 पर रहेगा और भारत फिंगर 3 पर। सीमा पर अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति बनाई जाएगी। पेट्रोलिंग अभी नहीं होगी. समझौता होने के बाद पेट्रोलिंग फिर से शुरू होगी. कुछ मुद्दे अभी भी बाकी हैं जिन पर आगे भी चर्चा जारी रहेगी.’ रक्षा मंत्री ने आगे कहा, ‘चीन ने पिछले साल एलएसी के आसपास प्रवेश करने का प्रयास किया था हमने कार्रवाई की. गोला बारूद भी पिछले साल इकठ्ठा किया था. चीन लद्दाख के इलाके में अनाधिकृत तरीके से 1962 से कब्जा बना रहा है , पाकिस्तान ने भी चीन को हमारी जमीन दी है. चीन का अनाधिकृत तरीके से 43 हजार वर्ग किलोमीटर कब्जा है. इससे चीन और भारत के संबंधों पर असर पड़ा है. चीन ने गोल बारूद एलएसी पर इकठा कर लिया है।