कानपुर बवाल पर योगी सख्त, आरोपियों की होगी संपत्ति जब्त, चलेगा बुलडोजर
- भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा के बयान का विरोध
- पैगम्बर मोहम्मद पर की गई थी विवादित टिप्पणी
- नुपूर के खिलाफ मुंबई में हो चुकी है रिपोर्ट दर्ज
- कानपुर में आज नमाज के बाद हुआ बवाल
- बाजार बंद कराने को लेकर दोनों समुदाय आये सामने सामने
देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की कानपुर शहर में मौजूदगी में कुछ ही किलोमीटर दूर नमाज के बाद हुए बवाल को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। सीएम योगी ने बवाल में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। इसके बाद अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा। गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार लोगों पर कार्यवाही की जायेगी। आरोपियों की संपत्ति जब्त के अलावा बुलडोजर का सहारा भी लिया जायेगा।
शुक्रवार को कानपुर में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कार्यक्रम में शिरक्त करने आये हुए थे। दूसरी तरफ बाजार बंद कराने को लेकर दो समुदाय आमने सामने आ गये और इसके बाद वहां जम कर बवाल हुआ। पथराव के साथ ही फायरिंग की आवाजें भी सुनी गई। दरअसल, भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपूर शर्मा के पैगम्बर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद कानपुर का माहौल गर्म है। बताया यहां तक जा रहा है कि जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों से भी इसकी तकरीर की गई।

अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि कमिश्नरेट कानपुर नगर के थाना बेकनगंज क्षेत्र में कुछ लोगों ने दुकानें बंद कराने का प्रयास किया था, जिसका दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया है। इस घटना को शासन ने गंभीरता से लिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर हैं। लखनऊ से भी कई वरिष्ठ अधिकारी कानपुर भेजे गए हैं। 12 कंपनी एक प्लाटून पीएसी भेज दी गई है। अब तब 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उपद्रवियों के साथ-साथ साजिश करने वालों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों की संपत्ति को जब्त या ध्वस्त कराया जाएगा।
प्रशांत कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य वीडियो के माध्यम से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। फिलहाल वहां स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस को पर्याप्त मात्रा में वीडियो फुटेज मिले हैं। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। अमन पसंद लोगों से अपील की गई है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो ताकि शांति बरकरार रहे।