आगरा गैंगरेप मामले को संदिग्ध मान रही है पुलिस, पीड़िता को नहीं है ‘कानून’ पर भरोसा ।।
- आगरा में गैंगरेप का मामला
- पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है
- बयानों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी आगरा:
आगरा : उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में आज एसएसपी ऑफिस पर थाना पिनाहट क्षेत्र में हुए कथित गैंगरेप प्रकरण में पीड़िता ने अपने पति के साथ एसएसपी मुनिराज से मुलाकात की. एसएसपी से मुलाकात के बाद पीड़िता ने बाहर निकलकर पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाने शुरू कर दिया. पीड़िता के मुताबिक पुलिस इस मामले में लगातार दबाव बना रही है और आरोपियों का साथ दे रही है , सोमवार शाम थाना पिनाहट क्षेत्र स्थित एक गांव में गांव छोड़ने के बहाने पूर्व प्रधान, वर्तमान प्रधान पति और उसके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगा है. आरोपी पक्ष के विनोद, अमरकांत, अभिषेक, रामकुमार और नंदी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. इस मामले में पीड़िता और उसके पति का आरोप है कि आरोपियों को पुलिस बचा रही है । पीड़िता और उसके पति से बात की तो उसी जगह मौके पर एसपी ईस्ट वेंकट अशोक के आ गए. उन्होंने कहा कि पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है. धारा 161 के बयानों के साथ ही धारा 164 के बयान भी करवाए जा रहे हैं और जल्द ही इस मामले में कार्रवाई होगी । वहीं, पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीड़िता जिनपर आरोप लगा रही है वो दो पक्षों में चल रहे आपसी विवाद का मामला है. प्रधानी की रंजिश के आधार पर गैंगरेप की कहानी बुनी गई है. पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट और पीड़िता के बयानों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में आज बाह विधायक रानी पक्षालिका सिंह भी एसएसपी से मिलीं, उनका कहना है कि निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी हो उसपर कार्रवाई की जाए. निर्दोष को ना फंसाया जाए ।।