- कृषि कानूनों के विरोध में विपक्ष के साथ अपने भी बढ़ा रहे परेशानी
- राज्यपाल सत्यपाल लगातार बढ़ा रहे हैं केंद्र सरकार की दुविधा
- भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कई बड़ों को घेर चुके हैं सत्यपाल
- हालांकि आरएसएस से जुड़े आरोप को ले चुके हैं वापस
- छह सौ किसान मारे गये लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया-मलिक
- सरकार किसी पार्टी की नहीं, अपितु कंपनियों की है-टिकैत
मेरठ। तीन कृषि कानून को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार को घेरने में लगे किसानों के साथ ही मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी लगातार हमलावर हैं। अब उनका ताजा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि किसान आंदोलन में छह सौ लोगों ने जान गंवाई है लेकिन लोकसभा में एक भी प्रस्ताव पारित नहीं हुआ। उनका यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब किसान भाजपा की प्रदेश व केंद्र सरकार को परेशानी में डाले हुए हैं। आज मेरठ पहुंचे भाकियू प्रवक्त राकेश टिकैत ने फिर दोहराया कि सरकार किसी पार्टी की होती तो किसानों की जरूर सुनती, सरकार को कुछ कंपनियों की है, ये कंपनियां भी सुनेंगी, बस थोड़ी देर लग सकती है, सुनना तो पड़ेगा। कब तक आंदोलन चलेगा इसका सीधा जवाब न देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यदि सरकार पांच साल चल सकती है तो आंदोलन क्यों नहीं।