मां बोली- विद्या मंदिर प्रकाशन के जिम्मेदार लोग गिरफ्तार न हुए तो दे दूंगी जान
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मां बोली- विद्या मंदिर प्रकाशन के जिम्मेदार लोग गिरफ्तार न हुए तो दे दूंगी जान

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-कास्ट कटिंग के नाम मारी गई पेट पर लात
-विद्या मंदिर प्रकाशन में दस साल दी अपनी सेवाएं 
-दो बार निकाला गया नौकरी से
-तीन लोगों को बताया आत्महत्या के लिये जिम्मेदार
-आत्महत्या को अमित ने कत्ल की संज्ञा दी
-चौबीस घंटे में ही समझौते का दबाव बनना शुरू
-विद्या मंदिर के कर्मचारी को पकड़ पुलिस को सौंपा
मेरठ । प्रतिष्ठित पब्लिकेशन हाउस विद्या मंदिर प्रकाशन के कर्मचारी द्वारा आत्महत्या करने का मामला तूल पकड़ चुका है। परिजनों का आरोप है कि पैसे के बल पर इस मामले को दबाने की कोशिश तेज हो गयी हैं। आज दोपहर विद्या मंदिर प्रकाशन से आये एक कर्मचारी को परिजनों ने यह आरोप लगाते हुए पुलिस के हवाले कर दिया कि वह उन पर समझौते के लिये दबाव बना रहा था। परिजनों ने आरोप लगाया कि इस दबाव के चलते उन्हें अपनी जान का भी खतरा पैदा हो गया है। मरने वाले अमित चौधरी के भाई सचिन चौधरी ने आरोप लगाया कि इलाके में यह बात प्रचारित कर दी गई है कि हमने 25 लाख रुपये में पब्लिकेशन हाउस से समझौता कर लिया है जबकि ऐसा नहीं हैं। अभी तक तो अमित के फूल भी नहीं चुने गये हैं। बेहाल परिजनों में शोकसंतृप्त माता ने मौके पर पहुंची पुलिस को भी खूब खरी खरी सुनाते हुए कहा कि यदि विद्या मंदिर प्रकाशन के मालिक सौरभ जैन व अन्य नामजद आरोपी गिरफ्तार न किये गये तो वह भी जहर खा कर अपनी जान दे देंगी। वहीं पुलिस का कहना है कि सभी नामजदों की गिरफ्तारी के लिये बीती रात भी दबिश दी गई थी, लेकिन कोई नहीं मिला।
विद्या माडल पेपर व किताबे प्रकाशित करने वाले विद्या मंदिर प्रकाशन के कर्मचारी अमित चौधरी ने एक दिन पूर्व जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी थी। जहर खाने से पहले उसने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था। इसमें उसने अपनी मौत के लिये एच आर मैनेजर नेहा गौतम, सीटीपी इंचार्ज यशपाल सिंह और गौरव माहेश्वरी को जिम्मेदार बताया था। दोपहर बाद भारी दबाव के बाद पुलिस ने इन तीन लोगों के अलावा विद्या मंदिर प्रकाशन के मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। आज परिजनों ने मालिक के रूप में सौरभ जैन का नाम खोलने के  लिये प्रार्थना पत्र दे दिया है। जहर खाने के बाद पुलिस को अमित चौधरी ने इसके लिये इन तीनों को जिम्मेदार बताया है। कल शाम परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस से लेकर शव भोपा रोड पर रख कर जाम भी लगा दिया था। नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिये परिजनों ने आज चार बजे तक का अल्टीमेटम दिया था।
आज सुबह से संवेदना व्यक्त करने पहुंचे पब्लिकेशन के प्रतिनिधि को यह कहते रिकार्ड किया गया। इस पर वहां पहुंची पुलिस ने इस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। मौके पर मौजूद अमित चौधरी की माता ने पुलिस को खूब खरी खरी सुनाई। यह आरोप भी लगाया कि पुलिस ने विद्या मंदिर प्रकाशन से मोटा पैसा ले लिया है। अगर उन्हें नहीं पकड़ा तो मैं भी मरूगी।

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