विश्व हिंदू परिषद की ओर से शहर में निकाली गई पहली शोभायात्रा, बालाजी मंदिर में महाआरती
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विश्व हिंदू परिषद की ओर से शहर में निकाली गई पहली शोभायात्रा, बालाजी मंदिर में महाआरती

Mar 30, 2023
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नवरात्रों के समापन के साथ आज भगवान राम के जन्मदिन पर विश्व हिंदू परिषद मेरठ महानगर की प्रथम शोभायात्रा बालाजी मंदिर में महाआरती के बाद नगर यात्रा भ्रमण पर निकली गई। यात्रा को संतों व विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री सोहन सौलंकी ने भगवा पताका दिखाई।इस राम यात्रा में हज़ारो की संख्या में हिंदू समाज के लोग एकत्र हुए। समाज के लोगों ने अनेकों स्थानों पर यात्रा का स्वागत पुष्प वर्षा कर किया साथ ही यात्रा में शिरकत भी की। शोभायात्रा बालाजी मंदिर से चलकर दीवान पब्लिक स्कूल ,डीबीएन पब्लिक स्कूल,सादर बाज़ार,आबूलेन,बेगमपुल होते हुए जीआईसी मैदान पहुँची।

यात्रा से पूर्व सोहन सौलंकी ने अपने संबोधन में कहा मेरठ में पहली बार विश्व हिंदू परिषद की रामोत्सव शोभायात्रा निकली जा रही है। अगले वर्ष से पूरे प्रांत में प्रत्येक ज़िला केंद्र पर ये यात्राए निकाली जाएगी। इस बार का रामोत्सव बहुत ही विशेष है क्योंकि 500 वर्षों की कठिन तपस्या के बाद भगवान राम के मंदिर में मकर सक्रान्ति पर प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। राम का जन्म सज्जनों की रक्षा एवं धरती से दुष्टों के विनाश के लिए हुआ था। आज भी अगर भारत में राम राज्य की स्थापना करनी है तो उसके लिये आज हिंदू समाज को भगवान राम की तरह पाँच संकल्प करने होंगे।

पहला संकल्प– जिस तरह भगवान राम ने अपना जीवन जिया उसी प्रकार के आचार विचार समाज के लोगों के जीवन में भी होने चाहिए हमारे संस्कार भगवान राम की भाँति हो जिससे ये समाज सदाचारी बने।

दूसरा संकल्प– गौ माता की रक्षा उन्होंने कहा जिस गाय को वह माता मानते हैं उसके अवशेष जगह जगह खेतों में पड़े मिलते हैं। उनकी रक्षा करनी हैं।
तीसरा संकल्प -भगवान राम ने सीता के हरण पर रावण के पूरे कुल का अंत कर दिया था। लेकिन आज हर दिन हजारो सीताओं का हरण हो रहा है लेकिन समाज के लोग मौन रहते है। आज संकल्प लेना है बहन बेटियों की रक्षा करने का।

चौथा संकल्प-भगवान राम ने धरती को मां के समान माना है उन्होंने कहा था “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरियासी” उसी प्रकार हमे भी अपनी मातृभूमि का सम्मान करना चाहिए।

पाँचवा संकल्प– भगवान राम ने सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा उदाहरण हम सबके सामने रखा था। उन्होंने निषादराज,केवट व माता शबरी को गले लगाया था। लेकिन आज पूरा समाज जातिगत भेदभाव ,छुआछूत में उलझा हुआ है।भारत माता के माथे पर लगे इस कलंक को मिटा कर सामाजिक समरसता लेकर आयेंगे।
भारत को नया गौरवशाली, शक्तिशाली,समृद्ध बनाने के लिए आज ये पांच संकल्प शोभा यात्रा के दौरान लिए गए।इस दौरान डूंगर,सुनील सिद्धू,अमित जिंदल,अवनीत बंसल,अनूप जी,राजीव गर्ग उपस्थित रहे।

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