दोनो दिग्गजों की टी20 में वापसी से नाखुश है यह पूर्व क्रिकेटर
रोहित शर्मा और विराट कोहली अफगानिस्तान के खिलाफ शुरू होने वाली टी20 सीरीज का हिस्सा हैं. एक साल से ज्यादा लंबे समय के बाद इन दोनों की टी20 स्क्वाड में वापसी हुई है. टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. ज्यादातर क्रिकेट एक्सपर्ट्स तो भारतीय चयनकर्ताओं के इस फैसले को ठीक बता रहे हैं लेकिन कुछ जानकार ऐसे भी हैं, जो इस फैसले के आलोचक हैं. इनमें पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता का नाम भी शामिल है. उन्होंने इन दोनों दिग्गजों की टी20 स्क्वाड में वापसी को भारतीय सेलेक्टर्स का दिशाविहीन फैसला बताया है । बातचीत करते हुए दीप दासगुप्ता कहते हैं, ‘मुझे लगा था कि भारतीय टीम रोहित और विराट से आगे बढ़ चुकी है. पिछले टी20 वर्ल्ड कप में सीनियर खिलाड़ियों की कोशिशों में जो कमी नजर आई थी, वह सबसे ज्यादा समीक्षा करने वाली बात थी. लेकिन अब फिर से इन्हें मौका मिला है । दीप दास कहते हैं, ‘आपको सबसे पहले तो यह ध्यान देने की जरूरत है कि वेस्टइंडीज और यूएसए में आपको किस तरह की पिचें मिलेंगी. आप किस तरह के ट्रैक की उम्मीद कर रहे हैं- 200 के स्कोर वाले या 160 वाले? ईमानदारी से कहूं तो मुझे यहां भारतीय टीम की कोई दिशा समझ नहीं आ रही है. अगर उन्हें रोहित और विराट के पास ही वापस जाना था तो पिछले एक साल में चुनी जाती रही टी20 स्क्वाड का क्या मतलब रहा? यह तो ले देकर फिर से पहले कदम पर आने जैसी बात हो गई । दीप दासगुप्ता कहते हैं कि वर्तमान सिलेक्शन देखकर लगता है कि टीम इंडिया की कोर टीम वही रहनी है जो टी20 वर्ल्ड कप 2022 में इंग्लैंड से सेमीफाइनल हारी थी. उन्हें यह भी लगता है कि ऐसे में रिंकू सिंह जैसे लाजवाब फिनिशर को प्लेइंग-11 में मौका मिलना भी मुश्किल हो जाएगा. दीप दासगुप्ता का कहना है कि इस वक्त भारत के टी20 स्क्वाड सिलेक्शन में कोई दिशा नजर आनी चाहिए थी. उन्होंने यह भी कहा कि टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए रणनीति अप्रोच साफ हो जानी चाहिए थी । विराट कोहली और रोहित शर्मा ने पिछले टी20 वर्ल्ड कप के बाद से इंटरनेशनल स्तर पर एक भी टी20 मैच नहीं खेला है. अफगानिस्तान सीरीज के लिए इनके नाम आने से पहले तक तो यह कयास लगाए जा रहे थे कि अब यह दोनों दिग्गज केवल टेस्ट और वनडे तक सीमित रहेंगे और टी20 वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं होंगे. लेकिन सेलेक्टर्स ने इन सारे कयासों पर विराम लगा दिया ।।