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फरवरी माह में कम हो सकते हैं पेट्रोल डीजल के रेट ? - First Byte.tv
फरवरी माह में कम हो सकते हैं पेट्रोल डीजल के रेट ?
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फरवरी माह में कम हो सकते हैं पेट्रोल डीजल के रेट ?

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लोकसभा चुनाव की तिथि घोषित होने से पूर्व ही इस संभावना को बल मिलता जा रहा है कि पेट्रोल व डीजल दस रूपये सस्ता हो सकता है। इसकी मुख्य वजह कच्चे तेल के दामों में आई गिरावट बताया जा रहा है हालांकि इससे पूर्व भी कई मर्तबा अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के बावजूद देश में पेट्रोल व डीजल के दामों नीचे नहीं आये हैं। लेकिन चुनाव को देखते हुए यह संभावना लगातार जताई जा रही है। सूत्रों का यहां तक दावा है कि फरवरी माह में यह गिरावट देखी जा सकेगी।

आपको बता दें कि पिछले एक साल में क्रूड ऑयल की कीमत में 12 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है, बावजूद इसके ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने इस अवधि में दाम कम नहीं किये है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आखिरी बार अप्रैल 2022 में पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए थे। अभी देश के ज्यादातर हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपए और डीजल 90 रुपए प्रति लीटर से ऊपर दाम बने हुए हैं।

दरअसल, आयल कंपनियां अभी प्रति लीटर करीब 10 रुपए की कमाई कर रही हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) का मुनाफा करीब 5 गुना बढ़ा है। IOCL, BPCL और HPCL को वित्त वर्ष 2022-23 में 33,000 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। इस वित्त वर्ष (2023-24) में ये मुनाफा 1 लाख करोड़ के ऊपर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। यानी इसमें 3 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। FY24 की दूसरी तिमाही तक, तीनों कंपनियों को मिलाकर 57,091.87 करोड़ रुपए हुआ है, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में 1,137.89 रुपए था, यानी इसमें अब तक 4,917% (5 गुना) की बढ़ोतरी हुई है।

अब बात करते हैं पेट्रोल व डीजल की कीमत तय होने की। तो जून 2010 तक सरकार पेट्रोल की कीमत निर्धारित करती थी और हर 15 दिन में इसे बदला जाता था। अक्टूबर 2014 तक डीजल की कीमत सरकार निर्धारित करती थी। 19 अक्टूबर 2014 से सरकार ने ये काम भी ऑयल कंपनियों को सौंप दिया है। यानी सरकार का नियंत्रण रेट निर्धारित करने से खत्म हो गया है।

महंगाई व पेट्रोल डीजल की कीमत आसमान तक पहुंचने पर केंद्र सरकार यह दावा करती रही है लेकिन यह भी देखने में आया है कि चुनाव के दौरान रेट में इजाफा नहीं हुआ है।

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