- नया निजाम, नयी व्यवस्था और नये दिशा निर्देश भी
- मस्जिद परिसर में ही अता की गई अलविदा जुमे की नमाज
- मस्जिद कमेटी ने सुबह ही लगाये पोस्टर, नमाज मस्जिद में ही पढ़ें
- सड़कों पर नमाज रोकने के लिये भारी पुलिस बल किया गया तैनात
- पुलिस पहले यातायात डायवर्ट खुद करती थी, आज डायर्वजन रोकने में लगी
नया निजाम, नयी व्यवस्था और मस्जिद परिसर में ही नमाज भी। न सड़क अवरूद्ध हुई और न ही नमाजियों को नमाज अता करने के लिये मस्जिद से बाहर सड़क पर बैठना पड़ा। कहीं कोई परेशानी नहीं। न नमाजियों को और न ही सड़क बाधित होने से राहगीरों को। अलबत्ता पुलिस की भारी मौजूदगी जरूर कुछ ऐसे संकेत कर रही थी कि अगर शासन का निर्देशों का पालन न हुआ तो गर्मी बढ़ सकती है। हालांकि रोज से ज्यादा आज तापमान स्वत ही अधिक था। सभी की नजर लगी हुई थी कि आज नमाज मस्जिद के भीतर ही अता होगी अथवा नहीं। यह बात दीगर है कि आज मस्जिदों के संचालकों ने पहले ही बैनर लगाकर यह ताकीद कर दिया था कि नमाज मस्जिद के भीतर ही अता की जाये, सड़क पर नहीं। इसके अलावा आज मस्जिदों से वे लाउडस्पीकर भी हटा दिये गये जिनसे आवाज दूर तलक जाती थी। यदि किसी वजह से हट नहीं पाये तो उनकी आवाज को मस्जिद परिसर तक ही समेट दिया गया। आज यूपी में 31 हजार से ज्यादा मस्जिद स्थलों में अलविदा जुमे की नमाज अता की गई ।
बता दे की अब से पूर्व मेरठ के इमलियान मोहल्ले में स्थित मस्जिद के बाहर यातायात अवरूद्ध कर शुक्रवार अथवा अलविदा जुम्मे की नमाज अता की जाती थी। नमाजियों की भीड़ को देखते हुए यह रास्ता भी स्वयं यातायात पुलिस करती आई है। लोगों को रास्ता बदलकर आगे बढ़ना पड़ता था लेकिन अब हालात बदले हुए हैं। लाउडस्पीकर व हनुमान चालीसा को लेकर छिड़ी बहस के बीस यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के साथ ही यह निर्देश भी दिये हैं कि नमाज मस्जिद परिसर में ही पढ़ी जाये, बाहर सड़क पर नहीं। उनका यह भी कहना है कि धार्मिक आयोजन किये जायें लेकिन दूसरे को परेशानी में डालकर नहीं ।।
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