लोगों की नाराजगी देख व्हाट्स एप ने नई प्राइवेसी पालिसी पर लगाई रोक

व्हाट्स एप को अपनी यह सोच बदली पड़ गयी कि वह जो भी पालिसी बनायेगा उपभोक्ताओं को उसे स्वीकार करना ही पड़ेगा। दुनियाभर के लोगों की बढ़ती नाराजगी के कारण व्हाट्स एप को अपने कदम पीछे खिंचने पड़ गये हैं। प्राइवेसी पालिसी को कंपनी ने अगले तीन माह के लिये टाल दिया है। इससे पहले कंपनी ने कहा था कि जिसे उसकी नयी पालिसी स्वीकार्य नहीं है 8 फरवरी के बाद उसका व्हाट्स एप काम करना करना बंद कर सकता है। व्हाट्स एप की नयी पालिसी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में गुरूवार को एक याचिका भी दाखिल की गई है। इस नयी पालिसी के चलते ही अप्रत्याशित संख्या में यूजर ने सिग्नल व टेलीग्राम मैसेजिंग एप डाउनलोड कर लिये हैं। आर्थिक दृष्टि से यह चोट भी व्हाट्स एप पर पड़ी है।
अब प्राइवेसी-पॉलिसी को लेकर कंपनी ने घोषणा की है कि वह तीन महीने के लिए इसे टाल रही है। कंपनी का कहना है कि इस पॉलिसी को लेकर लोग भ्रम में हैं। लोगों के भ्रम में और गलत जानकारियों के आने के कारण नीतियों को थोड़े समय के लिए टाला जा रहा है। प्राइवेसी-पॉलिसी के लिए किसी के भी व्हाट्सऐप अकाउंट को डिलीट नहीं किया जाएगा। कंपनी ने यहां तक कह दिया कि इस तरह की योजना कभी थी ही नहीं।
बता दें कि व्हाट्सएप की नई पॉलिसी को स्वीकार करते ही व्हाट्सएप को फेसबुक समेत अन्य सहयोगी कंपनियों के साथ डेटा शेयर करने की इजाजत मिल जाती है। वहीं अगर कोई उपभोक्ता व्हाट्सएप की नई पॉलिसी को स्वीकार नहीं करता है तो 8 फरवरी के बाद उसका व्हाट्सएप काम करना बंद कर सकता है। इस बीच, बीते गुरूवार व्हाट्स एप की आगामी डेटा व प्राइवेसी पालिसी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता चैतन्य रोहिल्ला की तरफ से एक याचिका दायर की गई है। इसमें कहा गया है कि यह नीति भारत के नागरिकों की निजता के अधिकार का हनन करती है। यह नीति किसी भी व्यक्ति की ऑनलाइन गतिविधि में 360 डिग्री प्रोफाइल व्यू देती है। इसके साथ ही याचिका में व्यक्ति की ‘राइट टू प्राइवेसी’ का हवाला देते हुए कहा गया है कि इससे किसी भी व्यक्ति की निजी और व्यक्तिगत गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है।