“किसी के पिता के बारे में कोई बोलेगा तो स्वाभाविक है कि दूसरा भी पिता के बारे में बोलेगा। आपने भी बहुत सारी रीति रिवाज नहीं मानी है
ट्विटर/x

“किसी के पिता के बारे में कोई बोलेगा तो स्वाभाविक है कि दूसरा भी पिता के बारे में बोलेगा। आपने भी बहुत सारी रीति रिवाज नहीं मानी है

Spread the love
183 Views

“किसी के पिता के बारे में कोई बोलेगा तो स्वाभाविक है कि दूसरा भी पिता के बारे में बोलेगा। आपने भी बहुत सारी रीति रिवाज नहीं मानी है

वो ठीक नहीं लगेगा कि मैं कुछ कहूं क्योंकि ऐसी शिक्षा नेता जी ने मुझे नहीं दी।” – सदन में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *