राम लीला का मनोज गुप्ता ने हिसाब न दिया तो होगी कानूनी कार्यवाही-सभा
- श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा ने की प्रेसवार्ता
- शहर रामलीला पर रक्षिणी सभा का अधिकार-ओपी
- वायदे के अनुरूप नहीं किया राम लीला का आयोजन
- मनोज गुप्ता पर हिसाब न देने का गंभीर आरोप
मेरठ की शहर राम लीला पर सिर्फ और सिर्फ श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा का ही अधिकार है अन्य किसी का नहीं। मनोज गुप्ता से मिलने वाले चंदे का हिसाब कई मर्तबा मांगा जा चुका है लेकिन वह यह बताने के लिये तैयार नहीं हैं। ऐसे में यदि मनोज गुप्ता हिसाब किताब रक्षिणी सभा को उपलब्ध नहीं कराते हैं तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
इस आशय की जानकारी शनिवार को श्री सनातन धर्म रक्षिणी रजिस्टर्ड व शहर राम लीला कमेटी ने प्रेस वार्ता में दी। अध्यक्ष जितेन्द्र मणी और महामंत्री वरिष्ठ अधिवक्ता ओपी शर्मा व रक्षिणी सभा के महामंत्री भृगु नंदन शर्मा ने कहा कि श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा का पंजीयन करीब सौ साल से ज्यादा पुराना है। सनातन धर्म रक्षणी सभा सनातन धर्म कन्या इंटर कालेज, सनातन धर्म धर्मार्थ औषधालय व शहर राम लीला कमेटी तथा धर्मेश्वर महादेव मंदिर का संचालन करती है। बीते पंद्रह साल से जितेन्द्र मणी अध्यक्ष व नीरज शर्मा महामंत्री राम लीला के लिए संयोजक व अध्यक्ष का चयन करती है।
उन्होंने कहा कि 2022 में मनोज गुप्ता को राम लीला कमेटी के लिए चयन किया गाय था। मनोज गुप्ता ने वादा किया था कि वह भव्यता से राम लीला का आयोजन करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया वह मनमर्जी से आयोजन करते रहे। कोई विवाद न हो इसलिए श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा व शहर राम लीला कमेटी शांत रही। साल 2023 में द्वारिका नाथ चौबे जी ज्वैलर्स को अध्यक्ष नामित किया गया। वह शानदार आयोजक व अध्यक्ष साबित हुए हैं। वह अच्छे कार्य कर रहे हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता ओ पी शर्मा ने कहा कि यदि राम लीला में कोई विवाद उत्पन्न होता है तो उस स्थिति में आयोजन कराने का अधिकार श्री सनातन धर्म सभा को होगा। श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा द्वारा नामित कमेटी ही इसका आयोजन करेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली रोड पर राम लीला के लिए जो मंच बनाया गया है उसको एक राजनीतिक रैली के आयोजन के दौरान तोड़ दिया गया था। राजनीतिक दल ने उसे बनवाने का वादा किया था, लेकिन बनवाया नहीं। उसका निर्माण भी श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा ने ही किया। कुछ लोग अनर्गल आरोप अपने स्वार्थ के लिए लगा रहे हैं ताकि उनसे चंदे का हिसाब न लिया जाए। श्री शर्मा ने कहा कि मनोज गुप्ता से चंदे का हिसाब कई बार मांगा जा चुका है लेकिन उन्होंने वह हिसाब किताब नहीं दे रहे हैं। यदि उन्होंने जल्द ही हिसाब किताब नहीं दिया तो मनोज गुप्ता के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।