मेरठ में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के साथ सिपाहियों पर अब नजर रखेगा बाॅडी वार्न कैमरा
- ट्रैफिक सिपाही की शर्ट पर उपर लगेगा यह कैमरा
- मेरठ को मिल चुके हैं 300 बाॅडी वार्न कैमरे
- हर बातचीत व गतिविधि को कैद करेंगे ये कैमरे
- रिश्वत लेने व देने वाले दोनों को ही होगी परेशानी
मेरठ में यातायात नियमों को तोड़ना और पैसे अथवा रसूख के बल पर निकल जाना अब कड़ा पड़ने जा रहा है है। ट्रैफिक सिपाहियों के वर्दी पर अब ऐसे कैमरे लगाये जा रहे हैं तो ट्रैफिक सिपाही की मुस्तैदी के साथ ही नियम तोड़ने वालों की गतिविधियां भी कैद करेगा। मेरठ पुलिस को 300 बॉडी वार्न कैमरे मिले हैं। ये कैमरे चौराहे पर खड़ा पुलिसकर्मी अपनी वर्दी पर लगाएगा।
इन कैमरों की मदद से चौराहे का पूरा हाल कंट्रोल रूम को मिलता रहेगा। अगर कहीं जाम लगा है और वहां यातायात पुलिस गायब है तो तुरंत कंट्रोल रूम को कैमरे की मदद से जानकारी मिल जाएगी। ट्रैफिक पुलिस के जवान ड्यूटी छोड़कर आपस में बात करते रहते हैं। जाम लगने के दौरान भी जवान चौराहे पर नहीं होते हैं। ऐसे में वाहन चालक मनमानी करते हैं। कैमरा पूरे समय जवान की हर हरकत पर नजर रखेगा।
शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर तैनात यातायात पुलिसकर्मियों की वर्दी पर यह कैमरा लगाया जायेगा। इन कैमरों की खासियत यह है कि वीडियो व रिकॉर्डिंग को आसानी से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकेगा। कैमरे को पुलिसकर्मी की शर्ट पर कंधे के पास लगाया जाएगा। अगर पुलिसकर्मी किसी व्यक्ति से पैसे की मांग करता है या अभद्रता होती है तो पूरी बातचीत, तस्वीर के साथ इसमें रिकार्ड हो जाएगी। कैमरों को जीपीएस और जीपीआरएस के जरिए यह सीधे कंट्रोल रूम से जोड़ा जा सकेगा। एक कैमरे की कीमत लगभग 25 हजार रुपये है।
ये सभी बॉडी वार्म कैमरे हैं। इसमें जीपीएस इंफ्रा रेजर ऑडियो वीडियो की सुविधा है। कैमरे हर समय चालू रहेंगे।