सोमेंद्र तोमर व अन्य हमलावरों की गिरफ्तारी न होने पर 16 से कमिश्नरी का घेराव
वाल्मीकि नेता विपिन मनोठिया के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वाल्मीकि समाज ने जिला पुलिस प्रशासन को दिये 48 घंटे की अल्टीमेटम की अवधि को और बढ़ा दिया है। ऐसा चुनाव की व्यस्तता को देखते हुए किया गया है। गिरफ्तारी न होने की दशा में किसान आंदोलन की तर्ज पर कमिश्नरी को घेरने व उधर से प्रशासनिक अफसरों को न गुजरने देने की चेतावनी दी गई है। कहा गया कि विपिन मनोठिया पर हुआ यह हमला व्यक्तिगत न होकर समाज पर हुआ माना गया है। जो लोग यह कह रहे हैं कि यह सियासी लड़ाई है, सफाई कर्मी इसका मोहरा नहीं बनेगा तो वह समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
दरअसल, 10 फरवरी को मेरठ शास्त्री नगर के ब्लाक स्थित विद्या मंदिर मतदाता केंद्र पर विपिन मनोठिया को गिरा गिरा कर कर पीटा गया था जबकि सपा प्रत्याशी आदिल चौधरी, विपिन को छोड़ वहां से भाग निकले थे। इस मामले में ईशु भड़ाना, शंभू पहलवान, ललित मोरल, सागर पोसवाल को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। यह आरोप भी लगाया गया था कि यह हमला भाजपा विधायक सोमेंद्र तोमर के इशारे पर किया गया है। वाल्मीकि समाज ने दो दिन पूर्व पंचायत कर भाजपा विधायक समेत बाकी हमलावरों की गिरफ्तारी न होने पर सोमवार से सफाई व्यवस्था ठप करने चेतावनी दी थी। बीते दिवस उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ मेरठ के अध्यक्ष टीसी मनोठिया ने कहा था कि यह सियासी लड़ाई है, इसका सफाई कर्मियों से लेना देना नहीं हैं।
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