बुलंदशहर की रेप पीड़िता ने दिल्ली में तोड़ा दम, सीओ लाइन हाजिर ।।
बुलंदशहर में रेप के एक मामले में फैसला न होने पर पीड़िता को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की घटना सामने आई है. पीड़िता को आनन-फानन में उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने दिल्ली रेफर कर दिया. पीड़िता ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है । यह घटना बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की है. वहीं, एक अन्य घटना में गैंगरेप पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इन दोनों घटनाओं को लेकर पुलिस एक्शन में आ गई है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष कुमार सिंह ने क्षेत्राधिकारी और दो थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की है । एसएसपी ने अनूपशहर के सीओ अतुल चौबे को लाइन हाजिर कर दिया है. अनूपशहर के सीओ का चार्ज डिबाई की सीओ वंदना शर्मा को दिया गया है. साथ ही आरोपियों की ओर से पीड़िता के परिजनों पर दबाव बनाए जाने और पीड़िता के आत्मदाह कर लेने के मामले में जहांगीराबाद के थाना प्रभारी विवेक शर्मा को भी हटा दिया गया है । विवेक शर्मा की जगह रमाकांत को जहांगीराबाद का थाना प्रभारी बनाया गया है. गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण अनूपशहर थाना क्षेत्र की निवासी पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में अनूपशहर के थाना प्रभारी सुभाष सिंह पर भी एसएसपी ने लापरवाही के आरोप में कार्रवाई की है. सुभाष सिंह को थाना प्रभारी पद से हटा दिया गया है. सुभाष सिंह की जगह अरुणा राय को अनूपशहर के थाना प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है । जहांगीराबाद में हुई घटना के मामले में बीट सब इंस्पेक्टर और बीट कॉन्स्टेबल को भी सस्पेंड कर दिया गया है. बुलंदशहर में रेप पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. संजय, काजल, बनवारी, बदन सिंह, वीर सिंह, जसवंत सिंह, गौतम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जहांगीराबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है । गौरतलब है कि अनूपशहर थाना क्षेत्र की निवासी एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना हुई थी. इस मामले में शिकायत दर्ज कराए जाने के बावजूद पुलिस की ओर से आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से झुब्ध होकर पीड़िता ने 16 नवंबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. एक अन्य मामले में जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की पीड़िता के परिजनों पर आरोपियों की ओर से समझौते का दबाव बनाया जा रहा था. दबाव कारगर होता न देख आरोप है कि पीड़िता को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया ।।