दिल्ली में पिछले साल की तुलना में इस साल 20% अधिक गिरफ्तारी
- लुटेरों की गिरफ्तारी में 16 फीसदी इजाफा
- कमीश्नर राकेश अस्थाना ने अपनी फोर्स को और अधिक सख्ती बरतने के लिए कहा
- स्नैचिंग, डकैती और चोरी जैसे सड़क अपराधों के लिए गिरफ्तारी में बढ़ोतरी देखने को मिली
जैसा कि साल खत्म होने जा रहा है और इस साल हर चीज की तरह अपराधों में भी बहुत इजाफा देखने को मिला है. दिल्ली में पिछले साल की तुलना में इस साल 20% अधिक गिरफ्तारियां की गईं. साल 2021 में 15 दिसंबर तक आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत 1,21,149 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पिछले साल इसी वक्त 1,00,447 लोगों को पकड़ा गया था. स्नैचिंग, डकैती और चोरी जैसे सड़क अपराधों के लिए गिरफ्तारी में बढ़ोतरी देखने को मिली है. ऐसा टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा एक्सेस की गई दिल्ली पुलिस की वार्षिक रिपोर्ट के आंकडे दर्शाते हैं । अगर हम पिछले तीन साल के आंकड़ों की तुलना करें तो 2021 में सबसे ज्यादा डकैतों को गिरफ्तार किया गया. इस साल लुटेरों की गिरफ्तारी में भी 16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 15 दिसंबर, 2021 तक जहां 1,977 स्नैचर्स गिरफ्तार किए गए, वहीं पिछले साल इस समय करीब 1,613 को गिरफ्तार किया गया था. ऑटो लिफ्टर की बात करें तो इस साल करीब 5,717 ऑटो लिफ्टर गिरफ्तार किए गए, जबकि पिछले साल 4,888 गिरफ्तार किए गए थे. सूत्रों के अनुसार इस साल 800 से अधिक लोगों को हत्या के आरोप में, लगभग 1,200 को हत्या के प्रयास के लिए, 3,000 से अधिक छेड़छाड़ के लिए और 1,100 से अधिक लोगों को पोक्सो अधिनियम के मामलों में गिरफ्तार किया गया. रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि 2019 की तुलना में गिरफ्तारी में 35% से अधिक की वृद्धि हुई है. 2018 में 79,550 लोगों को गिरफ्तार किया गया था । स्थिति को देखते हुए, दिल्ली पुलिस कमीश्नर राकेश अस्थाना ने अपनी फोर्स को अपराधियों, बदमाशों, बुरे चरित्रों और बाहरी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा. अपराध में इस्तेमाल वाहनों का पता लगाने के लिए अधिकारियों से कहा गया है कि वे सीसीटीवी कैमरों की मदद लें. एक दूसरे निर्देश के मुताबिक अनसुलझी डकैती और स्नैचिंग के मामलों को जल्द से जल्द हल सुलझाया जाए. आदेश में कहा गया है कि “जिला डीसीपी को रेलवे और मेट्रो के डीसीपी के साथ कॉरपोरेट करना चाहिए और स्टेशनों के बाहर स्नैचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करनी चाहिए.” इसमें कहा गया है कि जेजे समूहों और अन्य क्षेत्रों में जहां बड़ी संख्या में अपराधी रहते हैं, वहां नियमित तौर पर तलाशी अभियान चलाया जाना चाहिए ।।