दिल्ली पुलिस ने तो शायद नूपुर के लिये रेड कारपेट बिछा रखा हो-सुप्रीम कोर्ट
राष्ट्रीय

दिल्ली पुलिस ने तो शायद नूपुर के लिये रेड कारपेट बिछा रखा हो-सुप्रीम कोर्ट

Spread the love
112 Views
  • सुप्रीम कोर्ट की तलख टिप्पणी के बाद नूपूर पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार !
  • सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर की टिप्पणी पर जताई कड़ी नाराजगी
  • कहा आप खुद को वकील बताती हैं और ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान !
  • नूपूर ने सारे केस दिल्ली स्थानान्तरित करने की अपील की थी

सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर जिस तरह से तलखी दिखाई है उसे देखते हुए नूपुर शर्मा पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गयी है ऐसा माना जा रहा है। इसके साथ ही कोर्ट ने हालांकि यह भी जोड़ा है कि दिल्ली पुलिस ने तो आपके लिये रेड कारपेट बिछा रखे होंगे। इस टिप्पणी के भी कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। दरअसल नूपुर शर्मा ने अपने खिलाफ विभिन्न राज्यों व जिलों में दर्ज एफआईआर को एक साथ दिल्ली स्थानान्तरित करने की अपील सुप्रीम कोर्ट में की थी। इस याचिका पर ही सुप्रीम कोर्ट ने बेहद तलखी दिखाते हुए कहा कि आपकी वजह से देश में यह हालात पैदा हुए हैं। इसके लिये टीवी पर आकर नूपुर को देश से माफी मांगनी चाहिये। उधर,जोधपुर के अधिवक्ताओंपु ने टेलर कन्हैया लाल के हत्यारों का मुकदमा न लड़ने का ऐलान कर दिया है। पेशी पर लाये जाने के दौरान हालांकि दोनों ही हत्यारों को चलने के लिये दूसरे के कंधों का सहारा लेना पड़ रहा है।

कोर्ट ने नूपुर शर्मा को फटकार लगाते हुए कहा, “आपने देर से माफी मांगी, वह भी शर्त के साथ कि अगर किसी की भावना आहत हुई हो तो बयान वापस लेती हूं। आप खुद को वकील कहती हैं और ऐसा गैर-जिम्मेदाराना बयान देती हैं। सत्ता में बैठी पार्टी का सदस्य होने से उसकी ताकत दिमाग पर हावी नहीं हो जानी चाहिए। दिल्ली पुलिस को आड़े हाथ लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नूपुर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। कोर्ट ने आगे कहा कि वहां तो शायद आपके लिये पुलिस ने रेड कारपेट बिछा रखा होगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस गृह मंत्रालय के अधीन है। भाजपा के अमित शाह देश के गृह मंत्री हैं। कोर्ट का यह कहना है कि सत्ता में बैठी पार्टी का सदस्य होने से उसकी ताकत दिमाग पर हावी नहीं हो जानी चाहिये, कहीं न कहीं इस ओर ही इशारा करता नजर आ रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *