राजस्थान में दो साल की उम्र में हुआ था बाल विवाह, समाज के खिलाफ जाकर 18 साल बाद ली आजादी ।।
देश-विदेश राष्ट्रीय

राजस्थान में दो साल की उम्र में हुआ था बाल विवाह, समाज के खिलाफ जाकर 18 साल बाद ली आजादी ।।

Spread the love
162 Views

बाल विवाह के बारे में हम सभी ने बहुत सुना और टीवी सीरियल या फिर फिल्मों में देखा भी है. आजतक बाल विवाह के बारे में कम ही सुनने को मिलता है. हालांकि, आज भी कई गांव ऐसे हैं जहां, बाल विवाह आज भी किया जाता है. जोधपुर में 2 वर्ष की उम्र में बाल विवाह के बंधन में बंधने वाली नींबू को आखिरकार बाल विवाह से मुक्ति मिल गई है ।गुरुवार को फैसला सुनाते हुए न्यायालय संख्या एक के न्यायधीश महेंद्र कुमार सिंघल ने उसका बाल विवाह निरस्त कर दिया. सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी व पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डॉ.कृति भारती की मदद से बालिका वधू नींबू को आजादी मिली है. जोधपुर जिले की बाप तहसील निवासी 20 वर्षीय नींबू का मई 2002 में बाल विवाह बीकानेर जिले के निवासी युवक के साथ करवा दिया गया था, बाल विवाह के समय नींबू की उम्र महज 2 साल की ही थी. अब 18 साल बाद उसे इस विवाह से मुक्ति मिली है.दरअसल, नीबू खुद ही बाल विवाह के बंधन में नहीं रहना चाहती थी. हालांकि, जाति के लोगों ने उसपर काफी दबाव भी दिया लेकिन, नींबू ने सारथी ट्रस्ट की डॉ कृति भारती के सहयोग से बाल विवाह निरस्त करवा लिया. जानकारी के लिए बता दें कि देश का पहला बाल विवाह भी सारथी ट्रस्ट की डॉ कृति भारती ने ही निरस्त करवाया था. सारथी ट्रस्ट ने अब तक 41 जोड़ों के बाल विवाह निरस्त करवा दिए हैं. साथ ही 1400 से अधिक बाल विवाह रुकवाए भी हैं ।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *