144 Views
-रेमडेसिविर इंजेक्शन की बढ़ गयी है मांग
-गंभीर कोरोना मरीजों को लगाया जा रहा है
-कैडिला के इंजेक्शन पर फिलहाल रोक
-अन्य कंपनी के इंजेक्शन की हो रही आपूर्ति
मेरठ। रेमडेसिविर को लेकर अजीबोगरीब हालात देश में बन गये हैं। सोशल मीडिया पर वायरल चिकित्सकों के तमाम वीडियो बता रहे हैं कि इस इंजेक्शन को नकारा जा चुका है लेकिन हालात यह है कि तीमारदारों को इसके लिये दौड़ाया जा रहा है। नतीजा सामने है कि इस इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हो रही है। इस सिलसिले में कई लोग अब तक गिरफ्तार भी हो चुके हैं। इस बीच, मेरठ के दो आनंद हास्पिटल व लोकप्रिय अस्तपाल में बीती रात जिन भी मरीजों को यह इंजेक्शन लगाया गया सभी में साइड इफेक्ट नजर आये। साइड इफेक्ट इतने गंभीर थे कि अस्पताल प्रबंधन के हाथ पांव फूल गये। इन मरीजो को किसी तरह अन्य दवाएं देकर साइड इफेक्ट से बाहर निकाला गया। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन का कहना है कि साइट इफेक्ट की शिकायतों को देखते हुए फिलहाल केडिला कंपनी के इस बैच के इंजेक्शन पर रोक लगा दी गई है। अब दूसरी कंपनी के इंजेक्शन दिये जा रहे हैं,।
बताया गया है कि कोरोना संक्रिमत गंभीर मरीज को यह इंजेक्शन दिया जाता है। शुक्रवार रात आनंद अस्पताल एवं लोकप्रिय समेत कई अन्य अस्पतालों में भर्ती मरीजों को इंजेक्शन लगाने के बाद उनमें रिएक्शन हो गया। मरीजों ने बेहद तेज ठंड लगने, धुंधला दिखने, घबराहट, सांस फूलने एवं कमजोरी की शिकायत की। डाक्टरों ने कारण खोजा तो पता चला कि रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के बाद मरीजों की तबीयत बिगड़ी थी। अस्पतालों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को दी। इस बैच के सभी इंजेक्शन वापस मंगाए गए,इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेज दी गई है।